New UPI Rules: आज से आपको यूपीआई एक्सपीरियंस में थोड़ा बदलाव देखने को मिलने वाला है। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने सिस्टम पर एक्स्ट्रा लोड को कम करने और UPI पेमेंट्स को और फास्ट करने के लिए कुछ बदलाव किया है। ऐसे में अगर आप PhonePe, Google Pay या Paytm जैसे ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, तो इन 5 अपडेट्स के बारे में जरूर पता होना चाहिए। आइए जानते हैं…

अकाउंट बैलेंस चेक करने में लिमिट

आज से आप हर एक यूपीआई ऐप पर दिन में केवल 50 बार ही अपने खाते के बैलेंस को चेक कर सकते हैं। यह कैलकुलेशन 24 घंटे की अवधि में की जाती है और इसमें केवल वो बैलेंस रिक्वेस्ट शामिल होते हैं जो आप सीधे करते हैं। इसके अलावा, UPI ऐप्स अब बैकग्राउंड में अपने आप बैलेंस चेक नहीं कर सकते हैं।

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ऑटो पे में बदलाव

ऑटो-पेमेंट सिस्टम जो EMI या OTT सब्सक्रिप्शन जैसे पेमेंट्स को संभालता है अब सिर्फ नॉन-पीक टाइम में ही काम करेगा। इसका मतलब यह सुबह 10 बजे से पहले या रात 9:30 बजे के बाद ही पेमेंट करेगा। दरअसल ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि सबसे बिजी टाइम में सिस्टम पर ज्यादा लोड न पड़े।

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लिमिटेड एक्सेस

अब हर यूजर के पास यूपीआई के माध्यम से अपने मोबाइल नंबर से जुड़े बैंक अकाउंट की लिस्ट देखने के लिए हर दिन 25 बार की लिमिट होगी। यह संभव तभी होगा जब आप ऐप में अपना बैंक सिलेक्ट करेंगे।

फेल हुए ऑटो-डेबिट के लिए लिमिट

सिस्टम हर ऑटो-डेबिट के लिए अब सिर्फ 1 मेन ट्राई और 3 रिट्राई की सुविधा देगा यानी किसी मैंडेट से जुड़े पेमेंट को पूरा करने के लिए आपको कुल 4 मौके मिलेंगे।

क्यों हुए यूपीआई में ये बदलाव?

हर महीने लगभग 16 अरब यूपीआई लेन-देन होने के वजह से सिस्टम पर दबाव बढ़ रहा है। अप्रैल और मई के महीने में यूजर्स को यूपीआई सर्विस में कई सारी समस्या का सामना करना पड़ा। NPCI के मुताबिक, इन समस्याओं का एक बड़ा हिस्सा बार-बार API रिक्वेस्ट के कारण होने वाले अत्यधिक ट्रैफिक से उत्पन्न होता है। बार-बार होने वाली गतिविधियां यूपीआई इन्फ्रास्ट्रक्चर पर अनावश्यक भार डालती हैं, जिसमें सख्त नियंत्रण की जरूरत थी।