भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी सेवा प्रदाताओं (एमएनपीएसपी) द्वारा दी जाने वाली पोर्ट करने की सेवाओं के लिए प्रत्येक लेनदेन पर शुल्क में करीब 66 प्रतिशत की कटौती करने का प्रस्ताव किया है। ट्राई ने मंगलवार को प्रस्ताव किया कि एमएनपी सेवा के लिए शुल्क दर 6.46 रुपये होगी। ट्राई ने बयान में कहा कि सभी टिप्पणियों और रिकॉर्ड पर उपलब्ध सभी सूचनाओं पर विचार के बाद उसने 30 सितंबर को दूरसंचार मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी प्रति पोर्ट लेनदेन शुल्क और डिपिंग शुल्क (दूसरा संशोधन) नियमन, 2019 जारी किया है। इसके तहत प्रत्येक पोर्ट आग्रह के लिए 6.46 रुपये का पीपीटीसी तय किया गया है। ये नियमन 11 नवंबर, 2019 से लागू होंगे।

नियामक ने कहा कि दूरसंचार शुल्क (49वां संशोधान) आदेश, 2009 में प्रत्येक पोर्ट लेनदेन शुल्क (पीपीटीसी) तय किया गया है। यह प्राप्त करने वाले आपरेटर द्वारा प्रत्येक उपभोक्ता से लिए जाने वाले शुल्क की सीमा है। अब इस अधिसूचना के बाद शुल्क की सीमा स्वत: घट जाएगी। हालांकि, एमएनपी के तहत ग्राहक प्राप्त करने वाले आपरेटर इससे कम शुल्क लेने को स्वतंत्र होंगे।

एमएनपी सेवा की फीस घटने से टेलीकॉम सेक्टर को काफी फायदा मिलेगा। ट्राई की नई दरें पिछली दर से 70 फीसदी कम है। नए दरें लागू होने से Airtel, Vodafone जैसी टेलीकॉम कंपनियों की साल में कम से कम 75 करोड़ रुपए की बचत होगी। बता दें कि मौजूदा टाइम में टेलीकॉम ऑपरेटर्स को हर मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी ट्रांजैक्शन के लिए अलग-अलग एजेंसियों को भुगताम करना पड़ता है। ऐसे में ऑपरेटर्स हर कस्टमर के लिए 19 रुपए का भुगतान करते हैं। हालांकि नई दरें लागू होने के बाद से अब सिर्फ  6.45 रुपए का पेमेंट करेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि यह भुगतान मोबाइल नंबर सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी जैसे Syniverse Technologies और MNP Interconnection Telecom Solutions के खाते में जाती है।

(इनपुट भाषा)