नीदरलैंड की कॉप्‍टर कंपनी नए जरिए से ड्रोन बना रही है और उनका उपयोग कर रही है। यह कंपनी मरे हुए जानवरों के अंदर उपकरण लगाकर ड्रोन बना रही है। कॉप्‍टर कंपनी चलाने वाले बर्ट जेनसन मरे हुए जानवरों की खाल को ड्रोन के कवर के रूप में इस्‍तेमाल करते हैं। कंपनी की ओर से जारी वीडियो में बताया गया है कि किस तरह से उनके मन में यह विचार आया और फिर कैसे उन्‍होंने ड्रोन बनाया। वे बताते हैं कि उनकी बिल्‍ली ओरविले कार दुर्घटना में मारी गई। इसलिए बिल्‍ली को श्रद्धांजलि देने के लिए उन्‍होंने उसे ड्रोन में बदलने का फैसला किया। उन्‍होंने इसे ओरविलेकॉप्‍टर नाम दिया।

जेनसन ने वीडियो में बताया कि उन्‍हें नहीं पता था कि ड्रोन कैसे काम करता है और इसे कैसे बनाया जाता है। इसलिए उन्‍होंने एक इंजीनियर की मदद ली। अर्जेन नाम के इंजीनियर ने पहले तो इस आइडिया को पागलपन माना लेकिन बाद में वह काम करने को राजी हो गए। उन्‍होंने ओरविले की खाल में मोटर लगा दी और चारों टांगों पर पंखे लगा दिए। इसके बाद यह पूरी तरह से रिमोट से चलने वाला ड्रोन बन गया। हालांकि देखने में यह काफी डरावनी थी। जेसन का मानना है कि सब कुछ अच्‍छा लगता है जब वह उड़ता है।

इसके बाद उन्‍होंने अन्‍य जानवरों के साथ भी ऐसा ही प्रयोग किया। अब तक वे शुतुरमुर्ग कॉप्‍टर, चूहा कॉप्‍टर, शार्क कॉप्‍टर बना चुके हैं। उन्‍होंने बताया कि वे सड़क हादसों में मरने वाले जानवरों का ही इस्‍तेमाल करते हैं।