Surya Grahan/Solar Eclipse 2025 Live Streaming: साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण आखिरकार आज 29 मार्च को लग गया। आज लगने वाला आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse 2025) दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर शुरु हुआ। वैज्ञानिकों को लंबे वक्त से इस ग्रहण का इंतजार था। इससे पहले साल 2024 में 2 अक्टूबर को वलयाकार सूर्य ग्रहण (annular solar Eclipse) लगा था। लेकिन भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं दिया था। आज यानी 29 मार्च 2025 को लग रहा साल का पहला सूर्य ग्रहण भी भारत में नजर नहीं आएगा। आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) से जुड़ी हर अपडेट..
Surya Grahan 2025 Live Updates
बता दें कि भारत में 2 अगस्त 2027 वाला सूर्य ग्रहण होगा, जो पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा।
इस साल का अगला सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को दिखाई देगा। लेकिन यह भी भारत में नजर नहीं आएगा।
समाप्त होने की तरफ बढ़ रहा सूर्य ग्रहण, देखें कैसा है अभी आसमान में नजारा
Today's partial solar eclipse from #Bexhill #Sussex #Eclipse #SolarEclipseUK #solareclipse2025 #sun pic.twitter.com/wzwgAJWija
— Jamie Hiscocks ??⚖ (@Collector140mya) March 29, 2025
सूर्य ग्रहण के समय आसमान में दिख रहा ऐसा नजारा, यूजर्स कैद कर रहे तस्वीरें
Månen tog en bid af Solen – og omkring 25 % af solskiven blev dækket under den delvise solformørkelse – her set fra Sønderjylland#solareclipse2025 #solformørkelse pic.twitter.com/PaxoF0h9QL
— Anders Brandt (@andersbrandt69) March 29, 2025
आंशिक सूर्य ग्रहण के समय आसमान में अद्भुत नजारा, सूर्य और पृथ्वी के बीच में आया चंद्रमा, रुक गई रोशनी
Partial #solareclipse2025 over @BrauntonCN @BBCBreakfast @BBCNews @BBCSpotlight #bbcspotlight @bbcweather pic.twitter.com/zsshMdLamD
— Phil ? (@PhilNaylor2) March 29, 2025
आंशिक सूर्य ग्रहण का अद्भुत नजारा
Normalment, astronomia i meteorologia no es porten gaire bé. Però en molt poques ocasions van de la mà i ens regalen moment fantàstics com aquest.
— meteofrugell (@meteofrugell) March 29, 2025
Uns minuts després del màxim uns núvols s'han sumat a l'eclipsi, vist des de Palafrugell.#solareclipse2025 pic.twitter.com/Wyy7ap7lnT
आज लग रहा सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दे रहा है। भारत में आखिरी बार सूर्य ग्रहण साल 2019 में दिखाई दिया था।
सूर्य ग्रहण की तस्वीरें यूजर्स के कैमरे से,
#SolarEclipse #honor #honor200pro #photography #sky #sun #eclipse #solareclipse2025 pic.twitter.com/gNoeWHRhWD
— James Clement (@jamesclementjnc) March 29, 2025
Partial Solar Eclipse 814 मिलियन से अधिक लोगों को दिखाई देगा, जो वैश्विक आबादी का 9.94 प्रतिशत है।
सूर्य ग्रहण देखना बहुत ही सुंदर होता है, लेकिन इससे पहले कि आप बाहर निकलें और सूर्य को देखें, सुनिश्चित करें कि आप सीधे सूर्य को न देख रहे हों क्योंकि इससे आपकी दृष्टि को नुकसान हो सकता है। कैमरे के लेंस, टेलिस्कोप, दूरबीन या किसी सोलर फिल्टर के माध्यम से सूर्य के किसी भी हिस्से को देखने से आपकी आँखों को चोट लगने की संभावना है।
यह बात आंशिक सूर्य ग्रहण के लिए खासतौर पर सच है, क्योंकि चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढकेगा। किसी भी सूर्य ग्रहण को देखने से पहले, सुनिश्चित करें कि आप सूर्य को सोलर व्यूइंग ग्लासेस, जिसे ग्रहण चश्मा भी कहा जाता है, का उपयोग करके देखें या हैंडहेल्ड सोलर व्यूअर का उपयोग करें।
आपको बता दें कि सूर्य और चंद्र ग्रहण एक-दूसरे का बारीकी से अनुसरण करते हैं, आमतौर पर एक-दूसरे के दो सप्ताह के भीतर घटित होते हैं। इस बार, सूर्य ग्रहण 13-14 मार्च को हुए चंद्र ग्रहण के बाद लग रहा है। इसका रिवर्स सिनेरियो भी संभव है, जहां चंद्र ग्रहण के बाद सूर्य ग्रहण होता है।
ग्रहण को आसमान में घटित होने वाली सबसे अद्भुत खगोलीय घटना में से एक माना जाता है।
साल का पहला सूर्य ग्रहण शुरु हो चुका है। यह ग्रहण शाम 6 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगा। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण है। इस कारण भारत में नजर नहीं आएगा।
हमेशा सुरक्षात्मक गियर का उपयोग करें, जैसे कि सूर्य ग्रहण चश्मा या हाथ में पकड़ने वाला सौर दर्शक जिसमें हानिकारक किरणों को रोकने के लिए डिज़ाइन की गई एक पतली फिल्म होती है।
इंडियन स्टैंडर्ड टाइमिंग के मुताबिक, Solar Eclipse/Surya Grahan दोपहर 2.20 पर शुरु होगा।
यदि आप उन लोगों में से हैं जिन्हें ग्रहण देखने का मौका मिल रहा है, तो याद रखें कि ग्रहण के दौरान सीधे सूर्य की ओर न देखें, क्योंकि यह आपकी दृष्टि यानी विजन को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।
29 मार्च को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं नजर आएगा। यह ग्रहण दक्षिण अमेरिका, आंशिक उत्तरी अमेरिका, उत्तरी एशिया, उत्तर-पश्चिम अफ्रीका, यूरोप, उत्तरी ध्रुव, आर्कटिक महासागर और अटलांटिक महासागर आदि जगहों पर दिखाई देगा।
भारतीय समयानुसार, आंशिक सूर्य ग्रहण 29 मार्च को दोपहर 2:20:43 बजे शुरू होगा, शाम 4:17:27 बजे अपने अधिकतम ग्रहण तक पहुंचेगा और शाम 6:13:45 बजे समाप्त होगा। ग्रहण का पूरा कार्यक्रम करीब चार घंटे तक चलेगा।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) का कहना है कि जब ग्रहण की घटना हो तो आप सब उसका लुत्फ उठाएं
9/10 This is all to say that when it comes to experiencing the wonder of a solar eclipse, it isn’t just a question of your latitude — it is also a matter of luck!
— NASA Sun & Space (@NASASun) March 28, 2025
So we definitely encourage you to seek out an eclipse to view when one comes close. ? pic.twitter.com/urp7XYLJMk
भारतीय समयानुसार, आंशिक सूर्य ग्रहण 29 मार्च को दोपहर 2:20:43 बजे शुरू होगा, शाम 4:17:27 बजे अपने अधिकतम ग्रहण तक पहुंचेगा और शाम 6:13:45 बजे समाप्त होगा। ग्रहण का पूरा कार्यक्रम करीब चार घंटे तक चलेगा।
यदि आप उन लोगों में से हैं जिन्हें ग्रहण देखने का मौका मिल रहा है, तो याद रखें कि ग्रहण के दौरान सीधे सूर्य की ओर न देखें, क्योंकि यह आपकी दृष्टि यानी विजन को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।
साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 54 सालों में लगा अपनी तरह का पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण था। साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण भी था।
सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखने से आखों को नुकसान हो सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, सूर्य ग्रहण देखने के लिए स्पेशल ग्लासेज का इस्तेमाल करें। इसके अलावा काले चश्मे को भी यूज किया जा सकता है।
साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। लेकिन ये ग्रहण बरमूडा, बारबाडोस, डेनमार्क, जर्मनी, फ्रांस, हंगरी, आयरलैंड, मोरक्को, ग्रीनलैंड, कनाडा का पूर्वी भाग, लिथुआनिया, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, उत्तरी ब्राज़ील, फिनलैंड, हॉलैंड, पुर्तगाल, उत्तरी रूस, स्पेन, नॉर्वे, यूक्रेन, स्विट्जरलैंड, सूरीनाम, स्वीडन, पोलैंड, पुर्तगाल, इंग्लैंड और अमेरिका के पूर्वी क्षेत्र में नज़र आएगा।
सूर्य ग्रहण चार प्रकार के होते हैं। पहला- पूर्ण सूर्य ग्रहण यानी जब चंद्रमा पूरी तरह से सूरज को ढक लेता है। दूसरा- आंशिक सूर्य ग्रहण, तीसरा वलयाकार सूर्य ग्रहण और हाइब्रिड सूर्य ग्रहण।
रॉयल म्यूजियम ग्रीनविच के मुताबिक, एक बार जब धरती पर किसी भी जगह पूर्ण सूर्य ग्रहण होता है तो उस हिस्से में अगला सूर्यग्रहण लगने में करीब 400 साल लग जाते हैं।
भारत में 26 दिसंबर 2019 को आखिरी सूर्य ग्रहण दिखा था। यह वलयाकार सूर्य ग्रहण था। 5 बजकर 18 मिनट 53 सेकेंड पर शुरू होने वाला यह ग्रहण तीन मिनट और 39 सेकेंड तक चला था।
आपको बता दें कि हिंदू धर्म में ग्रहण का अपना महत्व है। और हर बार ग्रहण लगने पर 12 घंटे पहले सूतक लगते हैं। लेकिन भारत में इस बार सूर्य ग्रहण नहीं लग रहा है जिसका मतलब है कि सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
NASA के मुताबिक, कुछ जगहों पर ग्रहण के दौरान सूर्य का 93 प्रतिशत तक हिस्सा, चंद्रमा द्वारा ढक लिया जाएगा यानी इन जगहों पर दिन में अंधेरा छा जाएगा।