साल 2025 में अब तक कोई ग्रहण नहीं लगा है। अब यह इंतजार खत्म होने वाला है और इसी महीने यानी मार्च 2025 में आसमान में ग्रहण का पहला नजारा दिखेगा। बता दें कि साल 2024 में कुल चार ग्रहण लगे थे जिनमें दो सूर्य गहण (Solar Eclipse 2024) और दो चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2024) थे। मार्च 2025 में लग रहा सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2025) एक आंशिक ग्रहण (Partial Solar Eclipse) होगा। आपको बताते हैं साल 2025 के पहले सूर्य ग्रहण के समय व तारीख से जुड़ी हर डिटेल के बारे में…
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है और इसे नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ग्रहण का प्रभाव विभिन्न राशियों के व्यक्तियों पर पड़ता है। सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि (अमावस्या तिथि) पर होता है और इस अवधि के दौरान विशेष दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है।
Samsung Galaxy M16, Galaxy M06 स्मार्टफोन भारत में लॉन्च, कम दाम में 50MP कैमरा और बड़ी बैटरी
Solar Eclipse 2025 Date and Time
2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को होगा। यह दोपहर 2:21 बजे शुरू होगा और शाम 6:14 बजे समाप्त होगा। यह ग्रहण मीन राशि (Meen Rashi) और उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में घटित होगा। इस दिन सूर्य, राहु, शुक्र, बुध और चंद्रमा सभी मीन राशि में मौजूद रहेंगे।
What is a Solar Eclipse
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है, जिससे हमारे ग्रह पर छाया पड़ती है। यह ग्रहण केवल न्यू मून फेज (New Moon Phase) के दौरान होता है, जिससे यह स्काईवॉचर्स के लिए एक आकर्षक घटना बन जाती है।
कहां-कहां दिखेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण
साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण यूरोप के अलग-अलग हिस्सों में दिखेगा। इस ग्रहण को यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और अटलांटिक व आर्कटिक महासागर के हिस्सों में देखा जा सकेगा।
क्या भारत में दिखेगा सूर्य ग्रहण 2025
भारत में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा। बता दें कि साल 2024 में लगे दो सूर्य ग्रहण भी भारत में नहीं दिखे थे।
कब लगेगा साल 2025 का दूसरा सूर्यग्रहण
मार्च में लग रहा यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल (ग्रहण से पहले का अशुभ समय) मान्य नहीं माना जाएगा। 2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर (UTC) को आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में घटित होने वाला है, जो ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर और अटलांटिक महासागर में दिखाई देगा।
2025 में, चार प्रमुख खगोलीय घटनाएं होने वाली हैं – दो सूर्य ग्रहण (सूर्य ग्रहण) और दो चंद्र ग्रहण (चंद्र ग्रहण)।