Solar Eclipse/Surya Grahan 2025 Date and Timing in India: एक बार स्पेस से जुड़ी चीजों में दिलचस्पी रखने वालों के लिए खास मौका आने वाला है। हाल ही में होली के मौके पर 14 मार्च को साल 2025 का पहला पूर्ण चंद्रग्रहण लगा था। और अब इसी महीने के आखिर में साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण लग रहा है। जी हां, पृथ्वी और सूर्य के बीच जब चंद्रमा गुजरेगा तो दिन में धरती पर अंधेरा छा जाएगा। 29 मार्च 2025 को लग रहे सूर्य ग्रहण में महज 5 दिन बाकी रह गए हैं। आपको बताते हैं इस आंशिक सूर्य ग्रहण के समय व तारीख के बारे में सबकुछ…
क्या होता है आंशिक सूर्य ग्रहण (What is Partial Solar eclipse?)
बता दें कि आंशिक सूर्य ग्रहण के दौरान जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है और धरती के कुछ हिस्सों पर उसकी छाया पड़ती है जिसके चलते सूर्य की रोशनी नहीं आ पाती। इस स्थिति में चंद्रमा, सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक पाता और एक सूर्य के कुछ हिस्से की रोशनी पृथ्वी पर आती है। इस खगोलीय स्थिति को वैज्ञानिकों ने आंशिक सूर्य ग्रहण का नाम दिया है। आसमान में दिखने वाले इस दुर्लभ नजारे का दुनियाभर के खगोलविदों को बेसब्री से इंतजार है और उनके लिए इस आकाशीय घटना को समझने का यह शानदार मौका होगा।
कब होता है सूर्य ग्रहण?
गौर करने वाली बात है कि हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, सूर्य ग्रहण की घटना केवल अमावस्या के दिन ही होती है। इस दौरान सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध में होते हैं। साल 2025 में दो सूर्य ग्रहण लग रहे हैं। साल का पहला सूर्य ग्रहण नजदीक है और 29 मार्च को लगेगा वहीं साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगेगा।
सूर्य ग्रहण किस समय लग रहा है?
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के अनुसार, आंशिक सूर्य ग्रहण अमेरिकी समय के मुताबिक सुबह 4.50 बजे शुरू होगी और 6 बजकर 47 मिनट पर यह पीक यानी अपने चरम पर होगा। और सुबह 8.43 पर ग्रहण समाप्त हो जाएगा। भारतीय समयानुसार यह ग्रहण दिन में दोपहर 2 बजकर 20 बजे शुरू होगा और शाम 4.17 बजे अपने चरम पर होगा।
नासा के मुताबिक, कुछ जगहों पर ग्रहण के दौरान सूर्य का 93 प्रतिशत तक हिस्सा ढकने की उम्मीद है यानी इन जगहों पर दिन में अंधेरा छा जाएगा।
क्या भारत में दिखाई देगा सूर्य ग्रहण?
साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण एशिया, अफ्रीका, यूरोप अटलांटिक सूर्यग्रहण को एशिया, अफ्रीका, यूरोप, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका में नजर आएगा। बता दें कि भारत में दिखाई ना देने के चलते, हिंदू पंचांग के मुताबिक, माने जाने वाला सूतक काल भी देश में मान्य नहीं होगा।
भले ही ग्रहण भारत में दिखाई ना दे, लेकिन हर बार की तरह भारतीय इसे ऑनलाइन लाइव देख सकेंगे। NASA के यूट्यूब चैनल पर सूर्यग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग होगी। इसके अलावा कई अन्य लैबोरेटरीज भी इस सूर्य ग्रहण को लाइव स्ट्रीम करेंगी।