विश्व की मशहूर कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रानिक्स के साउथ कोरिया स्थित दफ्तरों पर छापेमारी की गई है। कंपनी पर आराेप है कि उसने चोई सून-सिल की 20 वर्षीय बेटी की मदद करने के लिए 3 मिलियन डॉलर की रकम दी है। चोई दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति पार्क जियून-ही के मित्र हैं, पार्क फिलहाल सत्ता का दुरुपयोग करने के मामले में फंसे हैं। चोई को राष्ट्रपति की नजदीकी के चलते ‘सत्ता के पीछे की शक्ति’ बताया जाता है। चोई पर धोखाधड़ी और सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप है। कोरियन टाइम्स की खबर के अनुसार, चोई की बेटी पर आरोप है कि वह राष्ट्रपति के भाषण लिखती थी और वर्गीकृत दस्तावेजों तक पहुंच रखती थी। यह भी दावा किया जा रहा है कि चोई ने राष्ट्रपति के साथ करीबी रिश्तों का इस्तेमाल कर गैर-लाभकारी संस्थाओं में दान को बढ़ावा दिया, मगर धन का इस्तेमाल निजी तौर पर किया। चोई और उसके एक पूर्व सहयोगी पर दो फाउंडेशन के जरिए देश की दर्जनों बड़ी कंपनियों से करीब 77.4 बिलियन युआन (68 मिलियन डॉलर) जुटाने का आरोप है। हजारों कोरियाई नागरिक पार्क से इस्तीफा देने की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। सैमसंग पर आरोप है कि उसने 3.1 मिलियन डॉलर की रकम चोई के स्वामित्व वाली एक जर्मन कंपनी को दी। बाद में यह पैसा चोई की बेटी चुंग यू-रा की ड्रेसेज राइडर के तौर पर ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल किया गया। उसने इस रकम से करीब 880,000 डॉलर मूल्य का एक विताना V नस्ल का घोड़ा खरीदा।
वीडियो में समझें, नोट बदलवाते वक्त किन बातों का रखें ध्यान:
कोरियन टाइम्स की रिपोर्ट में सैमसंग ने कहा है कि रकम ‘कंसल्टिंग फी’ के तौर पर दी गई। कंपनी ने कुछ भी गलत करने की बात से साफ इनकार किया है। रॉयटर्स ने जांचकर्ता सूत्र के हवाले से लिखा है कि एक सैमसंग एक्जीक्यूटिव से पूछताछ की गई है। योनहप एजंसी ने कहा है कि कोरिया एक्वेस्ट्रियन फेडरेशन औश्र कोरिया हॉर्स अफेयर्स एसोसिएशन के दफ्तराें पर भी छापेमारी की गई है।