Reliance Jio 5G Network Extends Smartphone’s Battery Life: रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड (Reliance Jio Infocomm Limited) ने हाल ही में वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में होने वाली कमाई का खुलासा किया। इन नतीजों के साथ ही कंपनी ने दावा किया है कि टेलिकॉम कंपनी का 5G नेटवर्क बिजली की बचत कर सकता है। जियो का दावा है कि उसके स्टैंडअलोन 5जी नेटवर्क (5G Network) के चलते स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ 40 फीसदी तक बढ़ जाती है जो आखिरकार बिजली बचाने में मददगार होती है।
तिमाही नतीजों की डिटेल में रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के प्रेसिडेंट किरन थॉमस का कहना है कि ऐप्लिकेशन की जरूरत के हिसाब से स्पेक्ट्रम बैंडविथ असाइन होने के चलते जियो के 5जी नेटवर्क यूजर्स अपने स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ में 20 से 40 फीसदी का इजाफा देख सकते हैं।
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सरल शब्दों में कहें तो, यूजर अपने फोन को जिस काम के लिए इस्तेमाल करता है, जियो 5जी नेटवर्क उस हिसाब से बेहतर डेटा स्पीड, लैटेंसी और कवरेज ऑफर करने के लिए नेटवर्क को एलॉकेट होने वाली अलग-अलग फ्रीक्वेंसी रेंज के बीच ऑटोमैटिकली स्विच करता है।
अगर कोई यूजर सिर्फ वेब ब्राउजिंग या सोशल मीडिया ऐप्स चला रहा है तो जियो 5G नेटवर्क उसे, शायद 1GHz से कम वाले बैंड से कनेक्ट करेगा। और अगर अगर फास्ट व हाई डेटा की जरूरत है जो तो वह ऑटोमैटिकली मिड-बैंड (1GHz से 6GHz) या हाई-एंड (20-40GHz) पर स्विच हो जाएगा जो शायद ज्यादा एनर्जी की खपत करेगा।
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जियो 5G नेटवर्क के डायनमिक एलोकेशन से यह सुनिश्चित होता है कि फोन हर समय बेस्ट उपलब्ध वायरलेस नेटवर्किंग एक्सपीरियंस ऑफर करे और बैटरी पर इसका असर ना पड़े। अगर नेटवर्क आम वेब ब्राउजिंग या गेमिंग के वक्त भी मिड-बैंड से कनेक्ट रहता है तो यह ज्यादा पावर की खपत करेगा और कोई फायदा भी नहीं होगा।
बता दें कि फिलहाल जियो नेटवर्क तीन बैंड्स- n28, n78 और n258 में ऑपरेट किया जाता है। n28 एक लो बैंड है जो करीब 700MHz की फ्रीक्वेंसी पर ऑपरेट होता है। वहीं n78 और n258 मिड व हाई-बैंड्स हैं जो क्रमशः 3.3–3.8 GHz और 24.25–27.5 GHz पर ऑपरेट होते हैं।