OpenAI ने भारत में अपनी एंट्री की औपचारिक घोषणा आखिरकार कर दी है। कंपनी आने वाले महीनों में नई दिल्ली में अपना कॉर्पोरेट ऑफिस खोलने जा रही है। दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते टेक्नोलॉजी मार्केट्स में से ऑफिस खोलने के साथ ही कंपनी का इरादा अपना यूजरबेस और मजबूत करने का है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में अपने AI चैटबॉट ChatGPT के लिए मशहूर कंपनी ने घोषणा की है कि वह भारत में अपनी स्थानीय टीम का विस्तार करने के लिए हायरिंग शुरू कर चुकी है।

मौजूदा समय में भारत में OpenAI की सिर्फ एक कर्मचारी प्रज्ञा मिश्रा हैं, जो पिछले साल कंपनी से जुड़ी थीं और पब्लिक पॉलिसी व पार्टनरशिप्स का नेतृत्व कर रही हैं। नए ऑफिस के साथ, OpenAI का लक्ष्य भारत में अपनी मौजूदगी को मजबूत करना है और यहां की बड़े टेक टैलेंट पूल व ग्लोबल AI पॉलिसी व इनोवेशन को आकार देने में भारत की रणनीतिक अहमियत का लाभ उठाना है।

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OpenAI भारत में अपनी मौजूदगी को और मजबूत करने की तैयारी कर रहा है। कंपनी जल्द ही यहां नया ऑफिस खोलने और अपनी लोकल टीम का विस्तार करने जा रही है। यह फैसला इस बात को दिखाता है कि भारत ग्लोबल टेक्नोलॉजी ईकोसिस्टम में कितनी तेजी से अहमियत हासिल कर रहा है। 1.4 अरब की जनसंख्या और विश्वस्तरीय तकनीकी प्रतिभा (world-class technology talent) के लिए मशहूर, भारत अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के लिए एक बड़ा अवसर होने के साथ-साथ एक बड़ा बाजार भी है।

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भारत के साथ मजबूत होते संबंध

भारत में ऑफिस आने के साथ ही OpenaI, केंद्र सरकार, कंपनियों और देश की डिवेलपर कम्युनिटी के साथ करीबा साझेदारी बना सकेगी। कंपनी पहले ही केंद्र सरकार के 1.2 बिलियन डॉलर (120 करोड़ रुपये) के IndiaAI मिशन को समर्थन देने की प्रतिबद्धता जता चुकी है। यह महत्वाकांक्षी पहल, स्थानीय स्तर पर बड़े और छोटे लैंग्वेज मॉडल विकसित करने पर केंद्रित है जो भारत की क्षेत्रीय जरूरतों के अनुसार तैयार किए जाएंगे। यह कदम ओपनएआई की लॉन्ग-टर्म रणनीति के अनुरूप है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को विविध भाषाई, सांस्कृतिक और नीतिगत संदर्भों के साथ ढालने पर जोर दिया गया है।

इस एक्सपेंशन से यह भी साफ होता है कि OpenAI भारत में शुरुआती चरण से ही AI नियमों को बनाने में योगदान देना चाहता है। जब दुनिया भर की सरकारें तेजी से विकसित हो रही इस तकनीक के लिए नियम तय करने की दौड़ में हैं तो भारत के फैसलों का वैश्विक स्तर पर बड़ा असर होगा। हालांकि, भारतीय बाजार हमेशा विदेशी टेक कंपनियों के लिए आसान नहीं रहा है, क्योंकि नियमों में बदलाव और स्थानीय संवेदनशीलताओं के चलते यहां काम करना कई बार चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है।

ChatGPT के लिए भारत दूसरा सबसे बड़ा बाजार

आपको बता दें कि ओपनएआई के ChatGPT के लिए भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ाब बाजार है। हाल ही में कंपनी ने अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए इसी हफ्ते 399 रुपये की कीमत वाला ChatGPT Go किफायती प्लान पेश किया है। इसके अलावा कंपनी फ्री और प्रीमियम सब्सक्रिप्शन प्लान भी ऑफर करती है।

इसके अलावा, OpenAI भारत में इसी साल अपनी पहली डिवेलपर मीट भी आयोजित करेगी। इससे संकेत मिलते हैं कि अपने टूल्स के लिए कंपनी का इरादा लोकल इनोवेशन और डिवेलपर ईकोसिस्टम पर फोकस करने का है।