अमेरिका के कई राज्यों में मारिजुआना (भांग) की खेती को कानूनी दायरे में लाया गया है। अमेरिकी कॉरपोरेट हाउस ने इससे दूरी बनाकर रखी है क्योंकि फेडरल गवर्नमेंट के मुताबिक यह अभी भी गैरकानूनी है। हालांकि, सत्या नडेला की अगुआई वाली कंपनी माइक्रोसॉफ्ट अब इस वर्जना को तोड़ने वाली है। उसने एलान किया है कि वह एक पार्टनरशिप के तहत वे ऐसे सॉफ्टवेयर पर काम करेगी जो मारिजुआना के पौधों की खेती से लेकर उन्हें प्लांट तक लाकर बिक्री लायक तैयार करने के दौरान ट्रैक करने में काम आएगी।
लिंक्डइन को खरीदेगी माइक्रोसॉफ्ट, 1700 अरब रुपए में तय हुआ सौदा
न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक, यह सॉफ्टवेयर माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड कम्प्यूटिंग के बिजनेस से जुड़ा नया प्रोडक्ट होगा। इसे बनाने का मकसद उन राज्यों की मदद करना है, जहां मारिजुआना का उत्पापदन मेडिकल या शौकिया इस्तेमाल में होता है। अभी तक यह बिजनेस बड़ी कंपनियों के नजरिए से बेहद विवादास्पद रहा है। इसे कानूनी दायरे में लाने की कोशिशें अमेरिका में लगातार चल रही हैं। कैलिफोर्निया समेत पांच राज्य इस बात पर वोटिंग करने वाले हैं कि क्या मारिजुआना के शौकिया इस्तेमाल के लिए इजाजत देनी चाहिए। माइक्रोसॉफ्ट लॉंस एंजिलिस के एक स्टार्टअप काइंड फाइनेंशियल के साथ मिलकर काम करेगी। यह कंपनी ही सॉफ्टवेयर बनाएगी, जबकि माइक्रोसॉफ्ट इसकी मार्केटिंग करेगी। माइक्रोसॉफ्ट का मारिजुआना की असल खेती से कोई लेनादेना नहीं होगा।
माइक्रोसॉफ्ट ने किया मैसेजिंग स्टार्टअप ‘वैंड लैब्स’ का अधिग्रहण
काइंड एक ऐसी कंपनी है जो मारिजुआना के बिजनेस को मुख्यधारा में लाने की कोशिश कर रही है। इसके लिए वे कई तरह के प्रोडक्ट्स ऑफर करती है, जिनमें मारिजुआना बेचने के लिए एटीएम के शक्ल की मशीनें भी शामिल हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स लिखता है कि मारिजुआना के सरकारी बिजनेस से माइक्रोसॉफ्ट का जुड़ना इस बात का इशारा है कि इस नशीले पदार्थ से जुड़ी एक कानूनी इंडस्ट्री शक्ल ले रही है, जिसकी ओर अच्छे और बुरे दोनों आकर्षित हो रहे हैं। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि उसे इस बिजनेस में अच्छी ग्रोथ मिलने की उम्मीद है। माइक्रोसॉफ्ट के इस कदम को उसके डेस्कटॉप सॉफ्टपवेयर बिजनेस में गिरावट और रेवेन्यू बढ़ाने की कोशिशों से जोड़कर देखा जा रहा है।