अगर आप भी Google Chrome का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाइये। भारत सरकार ने गूगल क्रोम इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की है और अपने ब्राउज़र को तुरंत अपडेट करने को कहा है। Indian Computer Emergency Response Team (CERT-In) ने गूगल क्रोम के डेस्कटॉप वर्जन में कई खामियों की पहचान की है।
2004 में इंडियन डिपार्टमेंट ऑफ इन्फर्मेशन टेक्नोलॉजी दारा बनाई गई सरकारी एजेंसी CERT-In एक सरकारी इन्फर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सिक्योरिटी ऑर्गनाइज़ेशन है। इस एजेंसी का उद्देश्य, साइबरसिक्योरिटी थ्रेट जैसे- फिशिंग और हैकिंग और खामियों से जुड़ी जानकारी देकर IT सिक्योरिटी को प्रमोट करना है।
CERT-In का क्या कहना है?
CERT-In ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें कहा गया है कि Mac या Linux पर 106.05249.61 से पुराना और Windows पर 10.05249.61/62 से पुराना क्रोम वर्जन चला रहे यूजर्स प्रभावित हुए हैं।
इस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि क्रोम में पाई गईं लेटेस्ट खामियों के चलते हैकर्स कहीं भी दूर बैठकर सिस्टम को एक्सेस कर सकते हैं। इसके साथ ही टारगेटेड सिस्टम को रेंडर और उसमें आर्बिट्ररी कोड रन कर सकते हैं।
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि अगर इन खामियों में हैकर्स सेंध लगा लेते हैं तो रिमोट हैकर्स,सिस्टम को सिक्योरिटी को बायपास कर, आर्बिट्ररी कोड को टारगेटेड सिस्टम में रन कर सकते हैं।
कैसे रखें खुद को सेफ?
सबसे पहले अपना क्रोम वर्जन चेक करें और अगर Mac या Linux पर 106.05249.61 से पुराना और Windows पर 10.05249.61/62 से पुराना वर्जन है तो इसे CERT-In के सुझाव अनुसार, लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट कर लें।