बीमार होने पर आप जाहिर है दवा लेकर आते होंगे। अब दवाई असली है या नकली इस बात की जानकारी कैसे की जाए, तो आज हम आपको इससे जुड़ी खास जानकारी देने जा रहे हैं कि आप कैसे किसी दवाई की जांच कर सकते हैं कि यह दवाई असल है या फिर नकली है। दरअसल बढ़ती टेक्नॉलोजी इसमें साथ दे रही है। गूगल प्ले स्टोर पर एक ऐसी ऐप मौजूद है जो आपको इसकी जानकारी देगी। इस ऐप का नाम Drug-Safe Communities & Client Portal है।  Drugsafe ऐप को आरवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के तीन छात्रों ने तैयार किया है। इस ऐप के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने इन छात्रों को 15,000 डॉलर का इनाम भी दिया है। जिन छात्रों ने इस ऐप को तैयार किया है उनका नाम चिद्रूप आई, प्रतीक महापात्र और श्रीहरी एचएस है।

इस ऐप को 12 दिंसबर 2017 को अपडेट किया गया था। इस ऐप का करंट वर्ज 1.0.0 है। यह ऐप एंड्रॉयड के 4.1 या उससे ऊपर के वर्जन में काम करता है। इसे गूगल पर 4 स्टार की रेटिंग मिली हुई है। इसे ड्रग-सेफ कम्यूनिटीज ने ऑफर किया है। ड्रग-सेफ कम्युनिटीज (डीएससी) स्क्रीनिंग, डेटा एंड ऑर्डरिंग ऐप दोनों क्लाइंट और डीएससी टीम के लिए डिज़ाइन किया गया है। एक बार ड्रग-सेफ कम्यूनिटी के साथ उनके व्यापार की स्थापना हो जाने के बाद ग्राहक लॉगिन कर सकते हैं। एक बार सेटअप करने के बाद कंपनी डेटा को एक सुरक्षित पोर्टल के माध्यम से देखा जा सकता है। सीआरएम, इनवॉइसिंग सहित सिस्टम पर सेट अप करने के बाद डीएससी टीम का एक पूर्ण सुरक्षित व्यापार पोर्टल है।

कंपोजिशन के अलावा बैच, लोकेशन, ब्लूप्रिंट और विश्वसनीयता की भी जांच करता है। इस ऐप में ऑप्टिकल चैरेक्टर रिकॉग्निशन (OCR) तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। ड्रगसेफ के जरिए आप नकली दवाओं की शिकायत भी कर सकते हैं। ड्रगसेफ ऐप दवाइयों के कंपोजिशन की जांच करता है और मिनटों में बता देता है कि वह दवा असली है या नकली। इस ऐप के जरिए यह भी पता लगाया जा सकता है कि किसी खास दवा को कौन सी कंपनी बनाती है।