गूगल को तगड़ा झटका लगा है। कंपनी को ऑस्ट्रेलिया में करीब 313 करोड़ रुपये (55 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर) को जुर्माना भरना होगा। जिसके लिए कंपनी ने सहमति भी जता दी है। ऑस्ट्रेलियाई प्रतिस्पर्धा एवं उपभोक्ता आयोग (ACCC) की तरफ से यह कार्यवाही की गई है। आज आयोग ने बताया कि गूगल एशिया पैसिफिक के खिलाफ संघीय अदालत में कार्यवाही शुरू कर दी गई है और इस मामले में कंपनी ने अपनी जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है।

यह जुर्माना ऑस्ट्रेलिया में गूगल के लिए एक उतार-चढ़ाव भरा दौर बढ़ाता है, जहाँ पिछले सप्ताह एक अदालत ने एपिक गेम्स द्वारा दायर एक मुकदमे में उसके खिलाफ फैसला सुनाया था, जिसमें गूगल और एप्पल पर अपने ऑपरेटिंग सिस्टम में प्रतिद्वंद्वी एप्लिकेशन स्टोर को रोकने का आरोप लगाया गया था।

पिछले महीने ऑल्ट्रेलियन सरकार ने 16 साल से कम आयु के बच्चों के लिए गूगल के YouTube को बैन कर दिया था।

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यहां जानें क्या है पूरा मामला

ऑस्ट्रेलियाई प्रतिस्पर्धा एवं उपभोक्ता आयोग (ACCC) के मुताबिक, गूगल ने दिसंबर, 2019 से मार्च, 2021 के बीच ऑस्ट्रेलियाई टेलीकॉम कंपनियों टेल्स्ट्रा और ऑप्टस के साथ समझौता किया था। जिसको गूगल ने एंड्रॉइड फोन पर अपने सर्च एप्लिकेशन को प्री-इंस्टॉल करने के लिए भुगतान करके प्रतिस्पर्धा को नुकसान पहुँचाया है। इसमें अन्य सर्च इंजनों को कोई जगह नहीं दी गई है।

गूगल ने स्वीकार किया कि इस समझौते का प्रतिद्वंद्वी सर्च इंजनों से प्रतिस्पर्धा पर काफी प्रभाव पड़ा है और उसने इस तरह के समझौते करना बंद कर दिया है, साथ ही जुर्माने पर भी सहमति जताई है।

ACCC के चेयरमैन जीना-कैस गॉटलिब ने कहा, “आज के परिणाम… ने लाखों ऑस्ट्रेलियाई लोगों के लिए भविष्य में बेहतर खोज विकल्प उपलब्ध कराने और प्रतिस्पर्धी खोज प्रदाताओं के लिए ऑस्ट्रेलियाई उपभोक्ताओं तक सार्थक पहुँच बनाने की संभावना पैदा की है।”

एसीसीसी ने कहा कि अदालत को अभी यह तय करना है कि जुर्माना उचित है या नहीं, लेकिन नियामक और गूगल के बीच सहयोग ने लंबी मुकदमेबाजी से बचने में मदद की है।

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द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, गूगल के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी एसीसीसी की चिंताओं का समाधान करके खुश है, जिनमें “ऐसे प्रावधान शामिल थे जो कुछ समय से हमारे वाणिज्यिक समझौतों में शामिल नहीं थे”।

प्रवक्ता ने आगे कहा, “हम एंड्रॉइड डिवाइस निर्माताओं को ब्राउजर और सर्च ऐप्स को प्री-लोड करने के लिए अधिक लचीलापन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, साथ ही उन पेशकशों और सुविधाओं को बनाए रखेंगे जो उन्हें इनोवेशन करने, ऐप्पल के साथ प्रतिस्पर्धा करने और लागत कम रखने में मदद करती हैं।” गूगल एंड्रॉइड का मालिक है।

टेलस्ट्रा के एक प्रवक्ता ने रॉयटर्स को एक पुराने बयान का हवाला दिया जिसमें कहा गया था कि उसने और सिंगापुर टेलीकम्युनिकेशंस के स्वामित्व वाली ऑप्टस ने एसीसीसी के साथ पूरा सहयोग किया है और 2024 से गूगल के सर्च उत्पाद को प्री-इंस्टॉल करने के लिए कोई समझौता नहीं करने का वादा किया है।

द इंडियन एक्सप्रेस के इनपुट के साथ