एलन मस्क और उनकी सोशल मीडिया कंपनी X Corp, पूर्व ट्विटर कर्मचारियों द्वारा दायर मुकदमे को निपटाने के लिए आखिरकार एक अस्थाई समझौते पर पहुंच गए हैं। कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें 500 मिलियन डॉलर (करीब 4,175 करोड़ रुपये) का बकाया सेवरेंस पे (severance pay) दिया जाना बाकी है।

X Corp के प्रतिनिधि और पूर्व ट्विटर कर्मचारियों ने बुधवार को अदालत में एक फाइलिंग के दौरान इस समझौते की जानकारी दी, जिसमें दोनों पक्षों ने यूएस की एक अपीलीय अदालत में आने वाली कोर्ट सुनवाई को टालने को कहा ताकि वे किसी समझौते पर पहुंच सकें। इस समझौते के तहत निकाले गए कर्मचारियों को बकाया सेवरेंस पे दिया जाएगा और टकराव खत्म होगा। इस समझौते की वित्तीय शर्तों (पैसों के लेनदेन) का खुलासा नहीं किया गया।

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याद दिला दें कि एलन मस्क ने साल 2022 में ट्विटर के अधिग्रहण के बाद करीब 6000 कर्मचारियों को कंपनी से निकाल दिया था। इसके बाद ट्विटर को रीब्रांडिंग कर X नाम दिया गया। नौकरी जाने और सेवरेंस पे की वदह से कई कर्मचारियों ने कंपनी पर मुकदमा किया और डेलावेयर और कैलिफोर्निया में कई अन्य मामले अभी भी अदालत में चल रहे हैं।

यह समझौता कैलिफोर्निया में दायर उस प्रस्तावित क्लास एक्शन को सुलझा देगा जिसे कोर्टनी मैकमिलयन, रोनाल्ड कूपर ने दायर किया था। कोर्टनी मैकमिलन पहले ट्विटर के कर्मचारी लाभ कार्यक्रमों (employee benefits programs) की प्रभारी और “हेड ऑफ टोटल रिवॉर्ड्स” के रूप में काम कर रही थीं जबकि रोनाल्ड ऑपरेशन्स मैनेजर थे।

सैन फ्रांसिस्को की एक संघीय अदालत ने जुलाई 2024 में कर्मचारियों के इस मुकदमे को खारिज कर दिया था। इसके बाद उन्होंने सैन फ्रांसिस्को के9th U.S. Court of Appeals में अपील दायर की। 9वें सर्किट में इस मामले की सुनवाई 17 सितंबर को होनी तय थी। मस्क और मैकमिलियन के वकीलों ने गुरुवार को इस मामले पर टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया।

मुकदमे में दावा किया गया था कि 2019 के सेवरेंस प्लान के तहत ज्यादातर ट्विटर कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने पर, उनके बेसिक वेतन के दो महीने के बराबर भुगतान और हर पूरे साल की सेवा पर एक हफ्ते का अतिरिक्त वेतन मिलना तय था। वरिष्ठ कर्मचारियों, जैसे मैकमिलियन को छह महीने का बेसिक वेतन मिलना चाहिए था।

लेकिन मुकदमे के अनुसार, ट्विटर ने निकाले गए कर्मचारियों को अधिकतम एक महीने का ही सेवरेंस पे दिया, जबकि कई लोगों को कुछ भी नहीं मिला। मस्क द्वारा कंपनी अधिग्रहण के बाद लागत घटाने के लिए ट्विटर ने अपने आधे से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था।