First Brain Chip in Human: अरबपति एलन मस्क ने आखिरकार वो कर दिखाया है जो अब तक कोई नहीं कर पाया। दुनिया के सबसे रईस शख्स एलन मस्क ने X (Twitter) पर जानकारी दी है कि उनके टेक स्टार्टअप Neuralink ने सफलतापूर्वक इंसानी मस्तिष्क में ब्रेन चिप लगा दी है। मस्क का कहना है कि वह शख्स पूरी तरह से ठीक है।
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X पर एक पोस्ट में मस्क ने बताया कि इस ब्रेन चिप को ‘टेलिपैथी (Telepathy)’ कहा जाता है। उन्होंने कहा कि इस ब्रेन चिप को लगाने के बाद कोई भी शख्स अपने आसपास मौजूद गैजेट्स को सोचने मात्र से ही कंट्रोल किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस ब्रेन चिप का फायदा सबसे पहले उन लोगों को मिलेगा जो दिव्यांग हैं। बता दें कि मस्क ने मशहूर वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग (Stephen Hawking) का हवाला दिया था।
मस्क के मुताबिक, शुरुआती तौर पर देखने से पता चलता है कि इंसानी हलचल में काफी इजाफा हुआ है। इसका मतलब है कि जिस शख्स के दिमाग में चिप लगाई गई है, उसने नर्व इंपल्स में भी बढ़ोतरी दिखाई है। बता दें कि पिछले साल (2023) मई में US FDA ने मस्क की कंपनी को ब्रेन चिप इंप्लांट के लिए इंसानों का इस्तेमाल करने के लिए हरी झंडी दे दी थी।
न्यूरालिंक की वेबसाइट पर पब्लिश जानकारी के मुताबिक, सफलतापूर्वक लगाई गई ब्रेन चिप को इंस्टीट्यूशनल रिव्यू बोर्ड से मंजूरी मिल गई है।
What is Neuralink?
बता दें कि न्यूरालिंक अरबपति कारोबारी एलन मस्क का एक स्टार्टअप है। इसकी शुरुआत साल 2016 में कुछ वैज्ञानिकों और इंजीनियर्स ने मिलकर की थी। यह कंपनी ब्रेन चिप इंटरफेस बनाने का काम करती है। इन चिप को इंसानी दिमाग में इंप्लांट किया जा सकता है।
जानकारों का मानना है कि इस ब्रेन चिप से उन लोगों को मदद मिलेगी जो चल-फिर नहीं सकते। यानी शारीरिक रूप से अक्षम लोगों की जीवन में यह चिप बड़ा बदलाव लेकर आ सकती है। सिर्फ सोचने भर से यह चिप उनके आसपास मौजूद डिवाइसेज को कंट्रोल कर पाएगी और वह पहले से बेहतर जिंदगी जी सकेंगे। इस ब्रेन चिप की मदद से न्यूरल सिग्नल को कंप्यूटर, फोन जैसी स्मार्ट गैजेट्स पर ट्रांसमिट किया जा सकेगा।
लेकिन ब्रेन चिप की सफलता एक तरफ और मस्क की आलोचना दूसरी तरफ है। मस्क की कंपनी को इस ब्रेन चिप के लिए आलोचना भी झेलनी पड़ रही है। बता दें कि कंपनी ने इस चिप को लगाने के लिए लैब में जानवरों पर परीक्षण किए थे।
2022 में कंपनी को अमेरिका में जांच भी झेलनी पड़ी थी। मस्क की कंपनी पर आरोप था कि चूहे, बंदर, सुअर समेत करीब 1500 से ज्यादा जानवरों की जान ले ली। लेकिन कंपनी ने िन सभी आरोपों का खंडन किया था।