भारत सरकार ने कुछ हफ्ते पहले e-Passport लॉन्च किया था। इसका मकसद भारतीयों के लिए हवाई यात्रा डॉक्युमेंटेशन सिस्टम (दस्तावेज प्रणाली) को आधुनिक बनाना है। इन ई-पासपोर्ट को सिक्यॉरिटी बढ़ाने, इमिग्रेशन जांच को तेज करने और ग्लोबल ट्रैवल स्टैंडर्ड्स के अनुसार बनाने के मकसद से डिजाइन किया गया है। इससे डॉक्युमेंटेशन की प्रक्रिया काफी आसान हो रही है। इन सभी फायदों के अलावा, ई-पासपोर्ट आने वाले सालों में विदेश यात्रा के तरीके में एक टेक्नोलॉजिकल शिफ्ट का प्रतीक है।
e-Passport क्या है?
ई-पासपोर्ट, ट्रेडिशनल भारतीय पासपोर्ट की तरह ही होता है लेकिन इसके पिछले कवर के अंदर एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगी होती है। यह चिप पासपोर्ट धारक के निजी और बायोमेट्रिक डिटेल्स को सुरक्षित रूप से स्टोर करती है। इनमें फिंगरप्रिंट, चेहरे की पहचान से संबंधित डेटा और डिजिटल साइन जैसे डिटेल्स शामिल होती हैं।
e-Passport के फायदे क्या-क्या हैं?
ई-पासपोर्ट के बहुत सारे फायदे हैं। इनमें यात्रियों के लिए तेज इमिग्रेशन क्लियरेंस, बेहतर सुरक्षा और भारतीय पासपोर्ट की दुनियाभर में स्वीकार्यता शामिल हैं।
ई-पासपोर्ट का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें लगी इलेक्ट्रॉनिक चिप पहचान की चोरी या दस्तावेज़ की नकल किए जाने के जोखिम को काफी हद तक कम कर देती है। इससे भारतीय नागरिकों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा और भी सुरक्षित हो जाती है। जैसे-जैसे ई-पासपोर्ट का विस्तार हो रहा है, लोग यह पता कर सकते हैं कि उनके नजदीकी पासपोर्ट कार्यालय या सेवा केंद्र यह सुविधा ऑफर करते हैं या नहीं।
ई-पासपोर्ट के लिए कौन कर सकता है आवेदन?
कोई भी भारतीय नागरिक जो रेगुलर पासपोर्ट के योग्य है, वह ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकता है। अभी यह सुविधा कुछ पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) और पोस्ट ऑफिस सेवा केंद्र (POPSK) पर ही मिल रही है।
आपको बता दें कि अगर आप ई-पासपोर्ट बनवाना चाहते हैं तो अपने स्थानीय पासपोर्ट ऑफिस पर आवेदन करने से पहले यह पता कर लें कि वहां यह सुविधा शुरू हुई है या नहीं।
इस प्रक्रिया के व्यापक स्तर को देखते हुए सरकार देशभर में इस सेवा का धीरे-धीरे विस्तार करने की योजना बना रही है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि नए आवेदक और पासपोर्ट रिन्यू कराने वाले दोनों ही इस मॉडर्न सुविधा का लाभ उठा सकें।
आवेदन प्रक्रिया क्या है?
ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया पारंपरिक पासपोर्ट के आवेदन जैसी ही है। सभी आवेदकों को आधिकारिक पासपोर्ट सेवा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होता है। इसके बाद ऑनलाइन फॉर्म भरें और फिर फी पेमेंट करें। अब पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) या डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) में अपॉइंटमेंट तय करना होता है।
अपॉइंटमेंट के दौरान आवेदक के बायोमेट्रिक डेटा जैसे फिंगरप्रिंट और फोटोग्राफ लिए जाते हैं। प्रक्रिया पूरी होने के बाद, ई-पासपोर्ट एम्बेडेड चिप के साथ प्रिंट किया जाता है और आवेदक के रजिस्टर्ड पते पर भेज दिया जाता है।
