Infosys Narayana Murthy on ChatGPT: ChatGPT- एक ऐसा नाम जो पिछले कुछ महीनों से लगातार सुर्खियों में है। कॉन्टेन्ट लिखने, एग्जाम देने और मुश्किल सवालों के जवाब देने जैसे ढेरों काम AI टूल चैटजीपीटी कर सकता है। ChatGPT एक ऐसा टूल है जिसके आने के बाद से डिजिटल दुनिया के बदलने के कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि चैटजीपीटी, हजारों नौकरियां खा जाएगा। अब Infosys का फाउंडर नारायण मूर्ति (Narayan Murthy) ने कहा है कि ChatGPT अच्छा है लेकिन इंसानी दिमाग उससे ज्यादा बेहतर है।
CNBC को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में इंफोसिस के चेयरमैन मूर्ति ने कहा,’मानव मस्तिष्क सबसे ज्यादा पावरफुल परिकल्पना करने वाली मशीन है’ और दुनिया में कुछ भी ऐसा नहीं है जो इसे पीछे छोड़ सके।
चैटजीपीटी पर क्या बोले मूर्ति
मूर्ति ने आगे कहा, ‘चैटजीपीटी जानकारी बढ़ाने के लिए, कुछ निश्चित काम करने जैसे निबंध लिखने के लिए एक शानदार अतिरिक्त ऑप्शन है। लेकिन सिर्फ मानव मस्तिष्क ही है जो चैटजीपीटी का इस्तेमाल करके दो लोगों द्वारा किए जाने रहे दो काम के बीच फर्क कर सकता है।’
जैसा कि हमने बताया कि चैटजीपीटी की बढ़ती पॉप्युलैरिटी के बीच टेक्नोलॉजी को लेकर दुनियाभर में बहस छिड़ी हुई है। ऐसा डर है कि मार्केट में यह नौकरियां कम कर देगा और इंसानी जॉब्स की जगह ले लेगा।
बता दें कि मूर्ति का यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि चैटजीपीटी पर दुनियाभर में अलग-अलग विचार सामने आ रहे हैं। और जॉब्स व इकोनॉमी पर इसका असर पड़ा है। टेक्नोलॉजी लीडर्स जैस एलन मस्क (Elon Musk), Steve Wozniak समेत कई दूसरे लोग बड़े स्तर पर ट्रेन हो रहे ChatGPT जैसे AI सिस्टम को रोकने की मांग के लिए साथ आए हैं।
चैटजीपीटी कई सारे काम जैसे कोडिंग, बातचीत, निबंध लिखना और कॉन्टेन्ट राइटिंग जैसे काम कर सकता है। दुनियाभर में इस बात का डर है कि टेक्नोलॉजी एक दिन मार्केट में उपलब्ध सारी नौकरियों को खत्म कर देगी। हालांकि, मूर्ति के विचार इस पर अलग हैं और उनका कहना है कि चैटजीपीटी एक मददगार टूल के तौर पर काम कर सकता है। लेकिन किसी भी काम में वह इंसान की बराबरी नहीं कर सकता।
गूगल की सीईओ सुंदर पिचई ने भी हाल ही में समाज पर AI के प्रभाव को लेकर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने चेतावनी दी थी कि समाज को AI टेक्नोलॉजी जैसे चैटजीपीटी के लिए एक साथ तैयार होने की जरूरत है। AI टेक्नोलॉजी के तेजी से हो रहे डिवेलपमेंट के व्यापक प्रभाव के बारे में बात करते हुए पिचई ने चेताया था कि आने वाले समय में AI द्वारा फैलाई जाने वाली गलत जानकारी और फेक न्यूज़, बड़ी समस्या हैं।
बात करें चैट जीपीटी की तो बहुत कम समय में इस टूल ने भारी लोकप्रियता हासिल कर ली है। यह टूल टेक्स्ट जेनरेट करने से लेकर, ऐप्लिकेशन डिवेलपमेंट, लैग्वेज ट्रांसलेशन, लैंग्वेज मॉडलिंग जैसे काम कर सकता है। नवंबर 2022 में लॉन्च हुए AI Chatbot के लॉन्च के बाद से अब कई सारी कंपनियां अपने प्रॉडक्ट में AI ऑफर कर रही हैं और दुनिया में तहलका मचा हुआ है। Google, Snapchat, Facebook और ट्विटर कुछ ऐसी कंपनियां हैं जिन्होंने ChatGPT को टक्कर देने के लिए अपने AI टूल का ऐलान कर दिया है।