क्या हो अगर आप डेढ़ लाख से भी ज्यादा का फोन ऑर्डर करें और बॉक्स खोलने पर मिले टूटा हुआ मार्बल टाइल का टुकड़ा। ऑनलाइन शॉपिंग के इस दौर में अकसर ऐसी खबरें आती रहती हैं जिनमें बॉक्स में फोन की जगह साबुन की टिक्की या पत्थर निकला हो। ऐसा ही एक अजब मामला और सामने आया है। एक ग्राहक ने सैमसंग गैलेक्सी ज़ेड फोल्ड 7 स्मार्टफोन ऑर्डर किया और इस फोल्डेबल फोन की जगह बॉक्स में मार्बल टाइल का एक टुकड़ा मिला।
बेंगलुर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर उस समय चौंक गए जब उन्होंने Samsung Galaxy Z Fold 7 के ऑफिशियल पैकेजिंग बॉक्स की अनपैकिंग की। वो तो अच्छा हुआ कि पीड़ित प्रेमानंद अनबॉक्सिंग को रिकॉर्ड कर रहे थे। और यही वजह रही कि 1 लाख 87 हजार रुपये के गैलेक्सी ज़ेड फोल्ड 7 की जगह बॉक्स में मार्बल टाइल निकला, यह सबूत उनके पास मौजूद है।
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बता दें कि प्रेमानंद ने 14 अक्टूबर को सेल में अमेज़न से सैमसंग का सबसे महंगा ब्रैंड न्यू Samsung Galaxy Z Fold 7 ऑर्डर किया था। टेक इंजीनियर ने क्रेडिट कार्ड के जरिए पूरी पेमेंट एक साथ की और उन्हें लग रहा था कि दिवाली से पहले उनके हाथों में नया फोल्डेबल स्मार्टफोन होगा।
दिवाली से पहले की भीड़भाड़ (pre-Diwali rush) के कारण डिलीवरी चेन की सर्विसेज प्रभावित हुईं और प्रेमानंद को अपना पैकेज पाने के लिए 19 अक्टूबर तक इंतजार करना पड़ा। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, प्रेमानंद ने यह सुनिश्चित किया कि वह पैकेज खोलते समय पूरा वीडियो रिकॉर्ड करेंगे क्योंकि अब आमतौर पर हर यूजर ऐसा करता है। खासकर इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने वालों के लिए ताकि धोखाधड़ी से बचाव किया जा सके।
वीडियो में साफ तौर पर दिखा कि पैकेज खोलने पर Samsung के स्मार्टफोन की जगह अंदर से एक भारी मार्बल का टाइल निकला।
1.87 लाख रुपये के फोल्डिंग स्मार्टफोन की जगह मार्बल का टुकड़ा
प्रेमानंद ने NDTV को बताया, “मैंने ₹1.87 लाख कीमत का Samsung Galaxy Z Fold 7 ऑर्डर किया था, लेकिन मेरे लिए यह किसी झटके से कम नहीं था जब फोन की जगह मार्बल का पत्थर मिला, वह भी दिवाली से ठीक एक दिन पहले।” उन्होंने कहा, “इस घटना ने हमारी पूरी दिवाली की खुशी और त्योहार का उत्साह खत्म कर दिया। मैं सभी से अपील करता हूं कि ऑनलाइन शॉपिंग करते समय खासकर Amazon जैसे प्लेटफॉर्म पर बेहद सतर्क रहें। यह अनुभव मेरे लिए बेहद निराशाजनक और हताशाजनक रहा है।”
हालांकि, प्रेमानंद ने इस धोखाधड़ी पर तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने सबसे पहले राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर शिकायत दर्ज करवाई ताकि इस फ्रॉड की आधिकारिक रिपोर्ट बनाई जा सके। इसके बाद वे कुमारस्वामी लेआउट पुलिस स्टेशन पहुंचे जहां इस मामले में औपचारिक रूप से एफआईआर (FIR) दर्ज की गई। अब पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जांच का उद्देश्य धोखाधड़ी वाले पैकेज को ओरजिन का पता लगाना और उन व्यक्तियों की पहचान करना है जिन्होंने इस स्मार्टफोन की जगह मार्बल का टुकड़ा रखा।
घटना पर अमेज़न का रिस्पॉन्स
इस बीच अलर्ट हुई Amazon टीम ने प्रेमानंद द्वारा दिए गए सबूतों की समीक्षा की और अपनी आंतरिक जांच (internal checks) शुरू की। जांच पूरी होने के बाद, ई-कॉमर्स कंपनी ने प्रेमानंद को 1.87 लाख रुपये की पूरी राशि वापस कर दी जिससे उनके नुकसान की भरपाई कुछ हद तक हो गई।
फिलहाल, पुलिस जांच जारी है और यह देखा जा रहा है कि आखिर यह धोखाधड़ी कैसे और कहां हुई। डिलीवरी चेन में या किसी तीसरे पक्ष की मिलीभगत से।
ऐसे ई-कॉमर्स फ्रॉड से कैसे बचें
महंगे प्रोडक्ट्स को ऑनलाइन खरीदते समय हमेशा सावधानी बरतना जरूरी है। अगर आप किसी ई-कॉमर्स वेबसाइट से कोई हाई-वैल्यू प्रोडक्ट खरीदते हैं तो उसका अनबॉक्सिंग या अनपैकिंग वीडियो जरूर रिकॉर्ड करें। अगर बाद में कोई धोखाधड़ी हो जाए तो यह सबूत के तौर पर काम आता है।
Flipkart जैसे प्लेटफॉर्म अपने ग्राहकों को सलाह देते हैं कि वे ओपन-बॉक्स डिलीवरी (Open Box Delivery) का विकल्प चुनें ताकि प्रोडक्ट को ग्राहक को सौंपने से पहले उसकी स्थिति (condition) की जांच की जा सके।
अगर आपके साथ भी ऐसा कोई फ्रॉड होता है तो तुरंत-
-ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें और शिकायत दर्ज कराएं।
-नजदीकी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करवाएं।
-राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (National Cybercrime Reporting Portal-cybercrime.gov.in) पर जाकर भी शिकायत करें।
-इन कदमों से आप अपनी ऑनलाइन शॉपिंग को अधिक सुरक्षित बना सकते हैं और ऐसे ई-कॉमर्स स्कैम्स से खुद को बचा सकते हैं।
