एक हालिया रिसर्च में खुलासा हुआ है कि एंड्रॉयड फोन को सिर्फ एक टेक्सट मैसेज से हैक किया जा सकता है। इस खुलासे के बाद एंड्रॉयड फोन की सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा हो गया है। बता दें कि Check Point Software Technologies की चेक प्वाइंट रिसर्च ने अपनी एक रिसर्च में खुलासा किया है कि सैमसंग, हुवई, एलजी, सोनी और अन्य एंड्रॉयड बेस्ड फोन एडवांस्ड फिशिंग अटैक के लिए बेहद ही संवेदनशील हैं।
सिक्योरिटी फर्म ने बताया है कि Over the air (OTA) प्रक्रिया द्वारा एंड्रॉयड फोन हैक किए जा सकते हैं। बता दें कि ओवर द एयर मैथ्ड में मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर नए फोन को अपडेट करने के लिए उनके नेटवर्क में शामिल होते हैं, जिसे OMA CP मैसेज के नाम से भी जाना जाता है। रिसर्च के अनुसार, इस प्रक्रिया में बेहद ही कम ऑथेंटिकेशन की जरुरत होती है। ऐसे में कोई हैकर इस रूट का इस्तेमाल करते हुए अपना OMA CP मैसेज एंड्रॉयड फोन पर भेज सकते हैं।
इस मैसेज के द्वारा हैकर किसी सेटिंग या वायरस के द्वारा यूजर के फोन डाटा को हैक कर सकता है। रिसर्च में पता चला है कि इस मामले में सैमसंग फोन सबसे ज्यादा संवेदनशील हैं, क्योंकि उनमें OMA CP मैसेज भेजने वाले की ऑथेन्टिशिटी (वैधानिकता) चेक नहीं की जाती है। इसमें यूजर को सिर्फ मैसेज रिसीव करते ही वायरस उनके फोन में इंस्टॉल हो जाता है।
रिसर्चरों के अनुसार, हुवई, एलजी और सोनी ऑथेन्टिकेशन फॉर्म मांगते हैं, लेकिन इसके लिए हैकर्स को सिर्फ International Mobile Subscribers Identity (IMSI) की जरुरत होती है और हैकर्स के लिए इसे पाना कोई मुश्किल काम नहीं है। दरअसल हैकर्स कोई एंड्रॉयड एप बनाकर यूजर को एक पिन प्रोटेक्टेड OMA CP मैसेज भेजकर और उसे यूजर से स्वीकार करने को कहकर IMSI को बाइपास भी कर सकता है। रिसर्च करने वाले एक रिसर्चर का कहना है कि एंड्रॉयड फोन की प्रसिद्धि को देखते हुए इस कमी को दूर करना बेहद जरुरी है।

