टेक दिग्गज अमेजन (Amazon) ने अपने 3.5 लाख कॉर्पोरेट कर्मचारियों को सख्त चेतावनी दी है। टेक दिग्गज ने कर्मचारियों से कहा है कि कंपनी के बड़े ऑफिस वाले शहरों में जाकर काम करें, या बिना किसी छुट्टी पैकेज (Severance Pay) के रिजाइन कर दें। रिपोर्ट के अनुसार, कर्मचारियों को सिएटल, अर्लिंग्टन (वर्जीनिया) या वाशिंगटन, डी.सी. जैसे बड़े कॉर्पोरेट ऑफिस में जाकर काम करना होगा।
यह फैसला Amazon की “रिटर्न-टू-ऑफिस” (RTO) नीति का हिस्सा है, जिसमें कंपनी चाहती है कि कर्मचारी ऑफिस में आकर काम करें। कंपनी का कहना है कि साथ बैठकर काम करने से सहयोग, इनोवेशन और उत्पादकता बढ़ती है, जो कि वर्क फ्रॉम होम के दौरान कम हो गई थी। Amazon मानती है कि कर्मचारियों का एक जगह होना उसकी प्रतिस्पर्धात्मक (Competitive) ताकत बनाए रखने के लिए जरूरी है।
कंपनी के इस आदेश ने टेक इंडस्ट्री को आश्चर्य में डाल दिया है
टेक दिग्गज अमेजन (Amazon) के इस आदेश ने पूरे टेक इंडस्ट्री को आश्चर्यचकित कर दिया है, आलोचकों का तर्क है कि इस कदम से बड़े पैमाने पर इस्तीफे हो सकते हैं, मनोबल प्रभावित हो सकता है और व्यक्तिगत या फाइनेंशियल दिक्कतों के वजह बहुत से लोगों के लिए किसी नए शहर में जाना आसान नहीं है साथ ही, जो लोग ऑफिस नहीं आना चाहते या नहीं आ सकते, उन्हें विच्छेद (severance) पैकेज भी नहीं मिलेगा, यह बात और ज्यादा चिंता का कारण बनी है। ग्वालियर से बेंगलुरु के लिए एक नई साप्ताहिक ट्रेन शुरू
इस आदेश से दुनिया भर के उसके करीब एक-तिहाई कर्मचारी होंगे प्रभावित
अमेज़न की ऑफिस लौटने की नीति (RTO), Google और Meta जैसी दूसरी बड़ी टेक कंपनियों की तरह है। इन कंपनियों ने भी हाल ही में ऑफिस में आकर काम करने की सख्त शर्तें लागू की हैं। लेकिन अमेजन का यह कदम बहुत बड़ा है, क्योंकि यह दुनिया भर के उसके करीब एक-तिहाई ऑफिस कर्मचारियों को प्रभावित करता है। ये है दुनिया की 10 सबसे सुरक्षित एयरलाइन
कंपनी का कहना है कि यह फैसला लंबे समय के बिजनेस उद्देश्यों और कर्मचारियों के प्रदर्शन के आंकड़ों के हिसाब से लिया गया है। अब देखना यह है कि आने वाले महीनों में इतने बड़े बदलाव से कर्मचारियों को कंपनी में बनाए रखना और नए लोगों को भर्ती करना कितना आसान या मुश्किल होगा।