नवरात्रि में इस व्रत कथा के बिना अधूरी है मां स्कंदमाता की पूजा, जानें संपूर्ण व्रत कथा
आज नवरात्रि के छठे दिन माँ स्कंदमाता की पूजा होती है। माँ स्कंदमाता की गोद में कार्तिकेय (स्कंद) विराजमान हैं, जो मातृत्व का प्रतीक हैं। उनकी पूजा से भौतिक और आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं, मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। स्कंदमाता की कथा के अनुसार, तारकासुर नामक राक्षस को भगवान शिव के पुत्र से ही मृत्यु का वरदान मिला था।