रावण इतना महाबली होकर भी क्यों मारा गया? प्रेमानंद महाराज ने दिया चौंकाने वाला जवाब
यह लेख दशहरा पर रावण दहन के महत्व पर प्रकाश डालता है। प्रेमानंद महाराज के अनुसार, रावण शक्तिशाली और ज्ञानी था, लेकिन उसने अपनी शक्ति का उपयोग दूसरों को दुःख देने में किया, इसलिए उसका अंत हुआ। लेख में बताया गया है कि हमें अपनी शक्ति का उपयोग दूसरों की मदद और अच्छे कार्यों के लिए करना चाहिए। साथ ही, शनि, गुरु और बृहस्पति के नक्षत्र परिवर्तन का विभिन्न राशियों पर पड़ने वाले प्रभावों का भी उल्लेख है।