सीजेआई ने कानूनी भाषा को सरल बनाने की दी सलाह
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने कहा कि अगर न्याय साफ और समझने योग्य न हो, तो जिन लोगों के लिए वह है, उनके लिए उसका महत्व खत्म हो सकता है। उन्होंने बताया कि अदालत के फैसले सिर्फ अकादमिक चर्चा नहीं होते, बल्कि वे लोगों के अधिकार और जिम्मेदारियाँ तय करते हैं।