दिल्ली के जज को सुबह 2:25 बजे अपने आवास पर क्यों करनी पड़ी सुनवाई? जानें पूरा मामला
कोर्ट ने आरोपी स्वराज सिंह यादव को अपने पिता को फोन करके वकील का नंबर तय करने की इजाज़त दी। फिर उन्होंने वकील को फ़ोन किया, जो सुबह 3:05 बजे अदालत पहुंच गए। इसके बाद कोर्ट ने यादव और उनके वकील को निजी परामर्श के लिए 20 मिनट का समय दिया और अंततः मामले की सुनवाई के लिए सुबह 3:30 बजे कार्यवाही फिर से शुरू की।