दृष्टिकोण: धुरंधर के आलोचकों को पहले आईना देखना चाहिए
लेखक का कहना है कि जब एक फिल्मकार ने आतंकी घटना पर पाकिस्तानी दृष्टिकोण से वेबसीरीज बनाई तो वामपंथी विद्वानों ने उसकी सराहना की, लेकिन अब जब भारतीय दृष्टिकोण से फिल्म बनी है तो वे उसकी निंदा कर रहे हैं। लेखक का मानना है कि यह दोहरा मापदंड है। फिल्म में पात्रों के चयन और कहानी को पाकिस्तानी दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने पर आपत्ति जताई गई है।