‘तेरा सरूर’ फिल्म रिलीज होने के पहले हिमेश रेशमिया ने कहा था कि उन्होंने नसीरुद्दीन शाह और कबीर बेदी जैसे कलाकारों से काफी कुछ सीखा है। लेकिन जब आप फिल्म देखेंगे तो उसके बाद यही सोचते रहेंगे कि उन्होंने क्या सीखा है? खासकर अभिनय में तो ऐसा कुछ नजर नहीं आया कि उन्होंने इन कलाकारों से कुछ सीखा है। माना कि हिमेश एक शानदार गायक हैं और इस फिल्म में देखने लायक कुछ नहीं है, लेकिन इसके गाने अच्छे हैं। लेकिन अगर आप हिमेश रेशमिया में अभिनय नाम की कोई चीज ढूंढने की कोशिश की, तो तय मानिए कि आपको निराशा ही ही हासिल होगी। हां, अभिनय है तो उन भूमिकाओं में जिन्हें नसीरुद्दीन शाह और शेखर कपूर ने निभाया है। जहां तक एक्ट्रेस फराह करीमी का सवार है तो उनके चेहरे पर हमेशा हिमेश रेशमिया की तरह एक से भाव ही रहते हैं। दोनों को देखकर लगता है कि दोनों को फिर से गाना चाहिए था- हम बने, तुम बने एक दूजे के लिए। हिमेश ने अगर किसी से कुछ सीखा है तो सलमान खान से। शर्ट उतारना और अपने सिक्सपेक्स दिखाना।
हिमेश ने फिल्म में रघु नाम के एक ऐसे शख्स का किरदार निभाया है, जिसकी आपराधिक पृष्ठभूमि है। रघु खास वजह से अपराध की दुनिया में प्रवेश करता है और फिर अपने जीने का तरीका बदल लेता है। रघु की प्रेमिका तारा को इसकी आधी हकीकत ही मालूम होती है। बाद में जब पता लगता है तो चोटखाई तारा इसके बाद आयरलैंड चली जाती है। रघु खुद को भी और तारा की मां को भरोसा देता है कि वो उसे लेकर आएगा। लेकिन तारा को लाना आसान नहीं था, क्योंकि तारा वहां पर ड्रग्स रखने के आरोप में गिरफ्तार कर ली जाती है। ताला को वापस लाने रघु वहां चला जाता है, लेकिन वहां जाकर उसे पता लगता है कि मामला कठिन है। आयरलैंड का कानून पेचीदा है। फिर भी रघु लगा रहता है और बीच बीच में गाना भी गाता रहता है। एक तरफ वह तारा को छुड़ाने के लिए वकील (मोनिका डोगरा) करता है तो वहीं दूसरी ओर अपनी दूसरी प्लानिंग भी काम करता है जो सैंटिनो (नसीरुद्दीन शाह) नाम के अपराधी के दिमाग की उपज है।
सैंटिनो ऐसा अपराधी है जो दुनिया के किसी भी जेल से भागने में माहिर है और फिलहाल आराम और सकून के लिए आयरलैंड की जेल में आया हुआ है। उसका उपनाम ‘बर्ड’ है। यानी चिडि़या की तरह फुर्र हो जानेवाला। सैंटिनो तारा को जेल से भगाने की योजना बताता है। तारा कैसे छूटेगी? सैंटीनो की योजना से या वकील की मदद से? तारा को फसाने वाला शख्स कौन है? इन्ही रहस्यों पर फिल्म टिकी है। शेखर कपूर ने भारतीय राजदूत और कबीर बेदी ने पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाई है। नसीर जरूर अपने दिलचस्प अंदाज से लुभाते हैं। उनका एक्टिंग दमदार है। शेखर कपूर भी राजनयिक की संजीदा भूमिका में निभाते रहे हैं।
फिल्म का संगीत, गाने और पार्श्व संगीत लुभाने वाले हैं। ऐसा लगता है कि आप हिमेश रेशमिया का म्यूजिक वीडियो देख रहे है। हिमेश इस फिल्म के संगीत निर्देशक भी हैं। फिल्म में आयरलैंड की नेचूरल ब्यूटी भी देखने को मिलेगी, ये सीन दृशक को लुभा सकते हैं। फिल्म की कहानी में ‘आगे क्या होगा’ वाला सस्पेंस है। अगर हिमेश की जगह कोई और अभिनेता होता तो ये अलग तरह की फिल्म होती।
निर्देशक- शान अरान्हा
कलाकार- हिमेश रेशमिया, नसीरुद्दीन शाह, फराह करीमी, कबीर बेदी, शेखर कपूर, मोनिका डोगरा
