गौरव (गिरीश कुमार) की शादी होनेवाली है। शादी से पहले बैचलर पार्टी होती है। पार्टी का हैंगओवर उतरता है तो गौरव पाता है कि उसके बगल में पूजा (नवनीत कौर) सोई पड़ी है। गौरव को नहीं पता कि यह सब कैसे हो गया। परेशानी यह भी कि है कि इस दौरान पूजा का टॉप गायब हो गया है। गौरव पूजा को अपनी एक कमीज देता है। यह वही कमीज है जो पूजा की होनेवाली सास ने उसे दी थी। कहानी में और और ट्विस्ट भी हैं। गौरव की शादी होती है और टूट जाती है। उसके बाद फिर उसकी मुलाकात पूजा से होती है। पूजा की शादी किसी और से हो रही होती है। अब क्या पूजा और गौरव इतने दिनों बाद एक दूजे के हो पाएंगे, यही इस फिल्म का सस्पेंस है।
फिल्म आज के जमाने के प्यार पर आधारित है, जिसमें आदर्शों का नहीं, बल्कि मस्ती का बोलबाला है। फिल्मकारों को यह आजादी तो है ही कि वे आज के प्यार को जैसे चाहें वैसे दिखाएं। बतौर निर्देशक यह वैभव मिश्रा की पहली फिल्म है। यह महानगरीय युवकों को ध्यान में रखकर बनाई गई फिल्म है जिसमें प्यार और शादी के मायने रोज बदलते हैं। नवनीत का काम अच्छा है।
निर्देशक –वैभव मिश्रा
कलाकार-गिरीश कुमार, नवनीत कौर ढिल्लो, टिस्का चोपड़ा
