फिल्म में केवल आपको खून देखने को मिलेगा। ब्लड बैंक, डोनर्स और चोर, लालची तस्करों पर बनी इस मूवी में आपको लाल रंग दिखेगा, आप इससे दूर नहीं जा सकते।

कहानी हरियाणा के करनाल की है, जहां शंकर(रणदीप हुड्डा) गैर कानूनी रूप से खून की सप्लाई करने का काम करते हैं। हुड्डा मूवी में हरियाणवी उच्चारण के साथ बोलते हुए नजर आते हैं। हरियाणा के रहने वाले हुड्डा ने हरियाणवी युवक की भूमिका अच्छे से निभाई है। हुड्डा के इस काम में राजेश (अक्षय ओबेराय) भी जुड़ जाते हैं। यह गैंग उन लोगों की है डिमांड ज्यादा होने और सप्लाई कम होने पर पैसों के लिए खून का इंतजाम कहीं से भी कर देती है। राजेश एक छात्र हैं, जो कि एक छात्र हैं और वे पूनम(पिया बाजपेयी) नाम की छात्रा से प्रेम करते हैं। पूनम का अंग्रेजी का बोलने का अलग ही अंदाज है। मूवी में अन्य कलाकार भी अच्छे से भूमिका निभाते नजर आए हैं।

फिल्म में एक किरदार है साधु, जिसका दो घंटे तक हरियाणवी उच्चारण सुनकर आपके कान पक जाएंगे। अस्पताल प्रशासन में इंचार्ज की भूमिका में एक सुंदर लड़की वहां से खून चुराने का काम करती है, इस लड़की की वजह से ही यह पूरी गैंग चलती है।

फिल्म रियल लाइफ की दो घटनाओं पर आधारित है, लेकिन देखने पर पता नहीं चलता। फिल्म में इन घटनाओं की कोई छाप नजर नहीं आती है। शुरुआत में हम जिन लोगों को जिंदगी बचाने वाले मानते हैं, उनकी भयावह छवि देखने को मिलेगी। उन्हें केवल अपनी जेब भरने से मतलब है।

मूवी में एक पुलिस अधिकारी( रजनीश दुग्गल) की एंट्री होती है। इसके बाद पुलिस अधिकारी और शंकर के बीच चूहे-बिल्ली का खेल चलता है। हर बार की तरह हुड्डा ने इस मूवी में भी अच्छा काम किया है। वे अपने करियर की शुरुआत से ही एक जैसे किरदार निभाते आ रहे हैं और इस मूवी में भी उन्होंने अपनी छवि नहीं तोड़ी है।

निर्देशक- सैयद अहमद अफजल
कलाकार-रणदीप हुड्डा, अक्षय ऑबराय, पिया बाजपेयी, रजनीश दुग्गल