Gayatri Mantra: हिंदू धर्म में गायत्री मंत्र के नियमित जाप के बहुत फायदे बताए गए हैं। ज्योतिष में ऐसी मान्यता है कि गायत्री मंत्र के नियमित जाप से कई सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं और व्यक्ति तनाव मुक्त हो जाता है। गायत्री मंत्र के नियमित जाप के लाभ और हानि पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने एक वीडियो में विस्तार से चर्चा की है।
इस विडियो में उन्होंने गायत्री मत जपने और न जपने से लाभ और हानि के बारे में बताया है। मध्य प्रदेश, इंद्रौर निवासी रूद्राक्ष वर्मा के सवाल के जवाब में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद कहते हैं कि यह आप पर निर्भर करता है कि आप गायत्री मंत्र का जाप करते हैं या नहीं। यह आपका अधिकार है। वह कहते हैं कि जहां तक नित्य गायत्री मंत्र के जप की बात है तो इससे तेज में वृद्धि होती है। लेकिन खासकर, क्षत्रीय कुल में जन्म लेकर गायत्री मंत्र का जाप न करने से दोष लगता है। इसलिए इस मंत्र का नियमित रूप से जाप करना चाहिए।
शिव पूजा के लिए अनशन पर बैठे गए थे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद
पिछले दिनों स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद काफी चर्चा में थे। दरअसल, वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में शिवलिंग मिलने की सूचना पर वह, वहां पूजा करने के लिए अनशन पर बैठ गए थे। बाद में उन्होंने अपने गुरु के कहने पर अपना अनशन खत्म कर दिया था। इस मामले में उन्होंने याचिका भी दायर की है।
मिले पूजा का अधिकार
द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपा नंद सरस्वती महाराज के निधन के बाद उन्हें ज्योतिष पीठ बद्रीनाथ का पीठाधीश्वर बनाया गया है। एक अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी में हमें पूजा का अधिकार मिलना चाहिए।
इन आंदोलनों का किया है नेतृत्व
यूपी के प्रतागढ़ में जन्मे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने काशी में रहकर संस्कृत की पढ़ाई की है। प्राथमिक शिक्षा उन्होंने अपने गृह जिले से की। इसके बाद वह काशी आ गए और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से उन्होंने आचार्य और शास्त्री की पढ़ीई की। उन्होंने काशी से ही गंगा सेवा अभियान यात्रा और मंदिर बचाओ आंदोलन का भी नेतृत्व किया है। साल 2015 में संतो पर हुए लाठी चार्ज के विरोध में उन्होंने अन्याय प्रतिकार यात्रा भी निकाली थी।