ज्योतिष शास्त्र और मान्यता अनुसार कहा जाता है कि शनि देव लोगों को उसके अच्छे औ बुरे कर्मों के आधार पर फल देते हैं। कहा जाता है कि शनि देव यदि किसी से रुष्ट हो जाएं तो उसे कई तरह से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिये लोग शनि देव से सबसे अधिक डरते हैं और उन्हें खुश करने के लिए कई तरह से ज्योतिषीय उपाय खोजते हैं।

वर्तमान समय में शनि देव का 5 राशियों के ऊपर प्रकोप जारी है। इस समय कुछ राशियों के जातक शनि की साढ़े साती तो कुछ जातक ढैय्या का प्रकोप झेल रहे हैं। मिथुन राशि (Gemini), तुला राशि (Libra), धनु राशि (Sagittarius), मकर राशि (Capricorn), कुंभ राशि (Aquarius) राशि के जातकों पर शनि देव का प्रभाव देखने को मिल रहा है।

शनि की साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव

वर्तमान समय में कुछ राशियों के जातकों के ऊपर शनि साढ़े साती का प्रकोप जारी है, इसमें धनु, मकर और कुंभ राशि शामिल है। इन तीनों राशियों के जातकों को सलाह दी जाती है की इस दौरान संभलकर रहें। वाहन आदि चलाते समय विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इसके साथ ही मिथुन और तुला राशि के जातकों पर ढैय्या का प्रकोप जारी है।

मार्गशीर्ष मास का पहला शनिवार

हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास प्रारंभ हो चुका है, हिन्दू वर्ष का नवा महीना अगहन अथवा अग्रहायण के नाम भी जाना जाता है। विवाह जैसे शुभ कार्यों के लिए मार्गशीर्ष मास बहुत ही शुभ होता है। इस माह का श्री राम से विशेष संबंध है। 12 नवंबर के दिन मास का पहला शनिवार पड़ रहा है। मिथुन राशि में भ्रमण कर रहे चंद्रमा, म्रृगशीर्षा और आद्रा नक्षत्र; सिद्ध योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में शनि देव को प्रसन्न करने के लिए इस दिन उत्तम संयोग बन रहा है।

शनिदेव को प्रसन्न करने के ज्योतिषीय उपाय

इस शनिवार के अलावा प्रत्येक शनिवार आटा और चीनी मिलाकर चींटियों को खिलाएं। साथ ही यदि किसी व्यक्ति को शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त नहीं हो रहा है तो काले घोड़े की नाल की अंगूठी या फिर नाव की कील की अंगूठी बनाकर बीच की उंगली में शनिवार के दिन सूर्यास्त के बाद पहनना चाहिए। इसके अलावा प्रत्येक शनिवार को पीपल के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए और हो सके तो इस दिन सरसों का तेल और इच्छानुसार कुछ रुपये दान करना चाहिए।