Vastu Tips For Pooja: चैत्र नवरात्रि का समय चल रहा है, हर कोई माता रानी की पूजा आराधना में व्यस्त है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसके जीवन में कोई कष्ट और परेशानी न हो, इसके लिए वह हर संभव उपाय भी करता है। लेकिन कभी-कभी छोटी गलतियां हमारे जीवन को खराब कर देती हैं। ऐसे में जीवन में आ रही सभी बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए मान्यतानुसार अधिकतर लोग घर या मकान बनवाते समय लोग अपने घर में छोटे से मंदिर का निर्माण अवश्य करवाते हैं।

वहीं कुछ लोग घर के बाहर या सटे हुए मंदिर का निर्माण करवाते हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार कई ऐसी चीजें होती हैं, जिनका पालन नहीं करने से हमें नुकसान होता है। इसके अलावा वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मंदिर में कुछ सामग्रियों को रखना चाहिए और कुछ ऐसी सामग्री होती हैं जिन्हें मंदिर में नहीं रखना चाहिए। आइए जानते हैं-

नवरात्रि का समय चल रहा है ऐसे में मंदिर के आस-पास और मंदिर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। वैसे तो हर समय साफ-सफाई होना चाहिए लेकिन नवरात्रि में इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। चूंकि देवी मां गंदगी के साथ रहने वालों पर कभी खुश नहीं होती हैं; और मान्यता है कि ऐसे लोगों के घर में कभी बरकत नहीं होती है। इसलिए मंदिर के साथ ही घर में भी साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

नवरात्रि के समय यदि आप अपने मंदिर में पूजा करते हैं तो वास्तु के अनुसार ही उस मंदिर में विधि-विधान से ही पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि विधि विधान से पूजा नहीं करने से हमारी पूजा साधना निष्फल हो जाती है, इसलिए हमें अपनी पूजा सफल करने के लिए घर के मंदिर में वास्तु शास्त्र के अनुसार की सामान रखने चाहिए ताकि हमारी पूजा आराधना निष्फल ना और घर में सुख शांति व संपदा बनी रहे।

मंदिर में कोई भी टूटी हुई या खंडित मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। दरअसल कुछ लोग भावनाओं के चलते यह भी अपनी आस्था के कारण मूर्ति टूट जाने पर भी उसे मंदिर में रखकर पूजा करते हैं। इसलिए शास्त्रों के अनुसार मान्यता है कि ऐसी मूर्तियों की पूजा करने से पूरा फल नहीं मिलता है। इसके साथ ही हिन्दू शास्त्रों के अनुसार मिट्टी की मूर्ति की पूजा निषेध है।

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शास्त्रों में बताया गया है कि किसी शुभ अवसर पर मिट्टी की मूर्ति की पूजा करने के बाद उसे विसर्जित कर दें या फिर किसी पीपल के पेड़ के नीचे रख दें, इन मूर्तियों की पूजा सिर्फ एक बार होती है। वहीं घर में हमेशा साफ-सुथरी व बिना टूटी प्रतिमा रखकर ही उनकी पूजा आराधना करनी चाहिए। इससे आपके आराध्य प्रसन्न होते हैं और मनचाहा फल मिलता है।