Today Panchang 31 October 2020 (आज का पंचांग): हिंदू पंचांग के मुताबिक हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को वाल्मीकि जयंती मनाई जाती है। वाल्मीकि जयंती के दिन ऋषि वाल्मीकि और श्री राम की उपासना की जाती है। कहते हैं कि इस दिन भगवान गणेश की आराधना भी करनी चाहिए।
साथ ही इस दिन रामायण की पूजा की जाती है। कहते हैं कि किसी भी पूजा पाठ को करने के दौरान पंचांग और मुहूर्त का खास ख्याल रखना चाहिए। बिना मुहूर्त में किये गये कार्यों का फल नहीं मिलता है। इस साल वाल्मीकि जयंती का त्योहार 31 अक्तूबर यानी आज मनाया जाएगा। आइए जानते हैं आज का पंचांग और शुभ मुहूर्त –
बन रहा है अमृत काल – आज के दिन अमृत काल बन रहा है। सुबह 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट अमृत कला बना रहेगा। बता दें कि इस योग को बहुत अच्छा माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस योग में किये गए कार्य निश्चित तौर पर सफल होते हैं। इस योग में नई नौकरी या कोई धार्मिक कार्य करना चाहिए। जैसा कि नाम से प्रतीत होता है, इस योग में किये गए कर्म शुभ फल देने वाले होते हैं।
आज दोपहर 5 बजकर 58 मिनट से अश्विनी नक्षत्र लगेगा। आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष में शाम 5 बजकर 45 मिनट तक चतुर्दशी तिथि रहेगी। उसके बाद पूर्णिमा शुरू हो जाएगी।
आज के शुभ मुहूर्त – आज अभिजित मुहूर्त भी बना रहेगा, सुबह 11 बजकर 42 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक यह मुहूर्त बन रहेगा। दोपहर 1 बजकर 55 मिनट से 2 बजकर 39 मिनट तक विजय मुहूर्त रहेगा। वहीं, सुबह 9 बजकर 52 मिनट से सुबह 11 बजकर 40 मिनट तक अमृत काल रहेगा। शाम 5 बजकर 25 मिनट से 5 बजकर 49 मिनट तक गोधूलि मुहूर्त का समय है। सायाह्न सन्ध्या का समय शाम 5 बजकर 36 मिनट से 6 बजकर 54 मिनट तक होगा। इसके अलावा, रात 11 बजकर 39 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक निशिता मुहूर्त लगा रहेगा।
कब रहेगा राहु काल – सुबह 09 बजकर 18 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 41 मिनट तक राहु काल का समय है। वहीं, गुलिक काल का 06:18 से 10:41 तक माना जा रहा है। इसके अलावा सुबह 6 बजकर 32 मिनट से 07 बजकर 17 मिनट तक दुर्मुहूर्त भी लगा रहेगा। इसके अलावा यमगण्ड काल दोपहर 1 बजकर 27 मिनट से लेकर शाम 2 बजकर 50 मिनट तक रहेगा।