पुखराज (Pukhraj) बृहस्पति ग्रह का रत्न माना जाता है। इसे धारण करने से बृहस्पति ग्रह मजबूत होकर अपना शुभ फल प्रदान करने लगता है। ज्योतिष अनुसार ये एक कीमती रत्न है जिस वजह से इसे हर कोई धारण नहीं कर पाता। अगर आप कीमत ज्यादा होने की वजह से पुखराज धारण नहीं कर पा रहे हैं तो इसकी जगह आप सुनहला रत्न (Citrine Stone) धारण कर सकते हैं। इस रत्न को भी पुखराज जितना ही प्रभावशाली माना जाता है। जानिए सुनहला रत्न के बारे में विस्तृत जानकारी।
सुनहला रत्न के लाभ: वैदिक ज्योतिष के अनुसार सुनहला स्टोन धारण करने से मान-सम्मान, ज्ञान, धन-दौलत में वृद्धि होती है। ये पुखराज स्टोन के उपरत्न के रूप में पहना जाता है। पीले रंग का ये रत्न करियर और व्यापार में लाभ देता है। यदि व्यापार में लगातार नुकसान हो रहा है और मुनाफा नहीं मिल पा रहा है तो इस रत्न को ज्योतिषीय सलाह से धारण किया जा सकता है। मान्यता है इस रत्न को धारण करने से व्यक्ति अपने दिमाग का सही इस्तेमाल कर आर्थिक तंगी से निकलने में सफल हो सकता है। रिसर्च करने वाले लोगों और सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे लोगों के लिए भी ये रत्न लाभकारी माना गया है।
सुनहला रत्न पहनने की विधि: ये रत्न बृहस्पतिवार के दिन सीधे हाथ की तर्जनी उंगली में धारण करना चाहिए। इसे सोने की धातु में या पंचधातु में जड़वाकर पहना जा सकता है। इस रत्न को पहनने से पहले इसे तांबे की कटोरी या बर्तन में गंगाजल, तुलसी के पत्ते, गाय का कच्चा दूध, शहद और घी से बने घोल में मिलाकर डाल दें। फिर 108 बार ‘ऊं ग्रां ग्रीं ग्रूं गुरुवे नम:’ का जाप इसे धारण कर लें।
रत्न की कीमत: भारत में सुनहला (सिट्रीन) स्टोन की कीमत 125 रुपए से 400 रुपए प्रति कैरेट तक हो सकती है। इसकी कीमत क्वालिटी के आधार पर बढ़ती जाती है। (यह भी पढ़ें- शानो-शौकत के साथ जीना पसंद करते हैं इस मूलांक वाले, नीरज चोपड़ा का भी यही है बर्थ मूलांक)
सुनहला रत्न किसे पहनना चाहिए: वैदिक ज्योतिष के अनुसार सुनहला धनु और मीन राशि के जातकों के लिए फायदेमंद साबित होता है। इसे अंग्रेजी में सिट्रीन स्टोन भी कहते हैं। धनु राशि के जातक इसे बर्थस्टोन के रूप मेंपहन सकते हैं। मेष, कर्क, सिंह और वृश्चिक राशि के जातक भी इस रत्न को धारण कर सकते हैं। सुनहला का उपयोग बृहस्पति ग्रह के शुभ प्रभावों को बढ़ाने के लिए होता है। (यह भी पढ़ें- बुध ने सिंह राशि में किया प्रवेश, 6 राशि वालों को नौकरी में सफलता मिलने के बन रहे योग)
