Astrology, Angarak Yog: ज्योतिष के अनुसार मेष राशि को पहली राशि माना जाता है। इस समय मेष राशि में एक बहुत ही अशुभ योग है, जिसे अंगारक योग के नाम से जाना जाता है। यह योग तब बनता है जब पाप ग्रह राहु और उग्र ग्रह मंगल बनते हैं। पंचांग के अनुसार इस समय ये दोनों ग्रह मेष राशि में विराजमान हैं।

अंगारक योग कितने समय का होता है?

पंचांग के अनुसार 27 जुलाई 2022 को मेष राशि में अंगारक योग का निर्माण हुआ था। ज्योतिष के अनुसार 10 अगस्त 2022 को मेष राशि के जातकों को अंगारक योग से मुक्ति मिलेगी। यानी 7 दिन बाद मेष राशि में यह अशुभ योग समाप्त हो जाएगा। मंगल मेष राशि से निकलने के बाद वृष राशि में गोचर करेगा।

अंगारक योग क्या है?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अंगारक योग को अशुभ योगों में रखा गया है। ऐसा माना जाता है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में यह योग बनता है उसके स्वभाव में क्रूरता आती है। इससे मामले को लेकर विवाद की स्थिति बन जाती है। पति-पत्नी के बीच अनबन और तनाव की स्थिति बनी हुई है। घर की सुख-शांति प्रभावित होने लगती है। इंसान गुस्से में गलत कदम भी उठा लेता है।

राहु का मेष राशि में गोचर (Rahu Aries Transit 2022)

राहु मेष राशि में गोचर कर रहा है। राहु को शुभ ग्रहों की श्रेणी में नहीं रखा जाता है, यह पाप ग्रह है। जब यह मेष राशि में आता है तो जीवन में अचानक होने वाली घटनाओं में वृद्धि होती है। यह लाभ भी हो सकता है और हानि भी। इन स्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए; क्योंकि राहु को जीवन में अचानक घटित होने वाली घटनाओं का कारक भी माना जाता है।

10 अगस्त तक रखें विशेष सावधानियां (पंचांग 10 अगस्त 2022)

जब तक मंगल वृष राशि में नहीं विराजमान हो जाता है, तब तक मेष राशि वालों को अपने स्वभाव पर ध्यान देना होगा। इसके लिए इन बातों का ध्यान रखें-

  • गुस्सा मत कीजिए।
  • गलत शब्द मत बोलो।
  • अति उत्साह से बचें।
  • गलत संगत से दूर रहें।
  • नशा आदि न करें।
  • किसी की निन्दा न करें।
  • पैसे का सही इस्तेमाल करें।
  • अपने स्वभाव में नम्रता रखें।
  • ससुराल वालों का अपमान न करें।
  • हनुमान जी की पूजा करें।
  • ॐ नमः शिवाय – मंत्र का जाप करें।
  • गाय की सेवा करो।