पितृ पक्ष (Pitru Paksha) 20 सितंबर से शुरू हो चुका है जिसका समापन 6 अक्टूबर को होगा। इस दौरान लोग अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध कर्म करते हैं। मान्यता है इस 15 दिन की अवधि में पितरों के निमित्त किए गए कार्यों से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। ज्योतिष शास्त्र अनुसार इस दौरान पितरों को सच्चे मन से याद करने और उनका विधि विधान तर्पण करने से पितृ दोष से भी मुक्ति मिल जाती है। यहां आप जानेंगे पितृ दोष होने पर व्यक्ति को कैसे सपने आते हैं।

ऐसे सपने पितृ दोष होने का देते हैं संकेत: यदि सपने में पूर्वज नाराज होते या अत्याधिक गुस्सा करते दिखाई दें तो इसका मतलब है कि वे आपसे दुखी हैं। संभव है कि आपकी कुंडली में पितृ दोष हो। ऐसा सपना अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसे में आपको पितरों को प्रसन्न करने के उपाय करने चाहिए। यदि सपने में पितृ आपसे कुछ मांग रहे हैं तो इसका मतलब है कि वो आपसे खुश नहीं हैं। ये सपना भी पितृ दोष होने का संकेत देता है। ऐसा सपना आने पर आपको अपने पितरों का श्राद्ध जरूर करना चाहिए। यदि सपने में आपको अपना पूर्वज भटकता हुआ दिखाई दे तो इसका मतलब है कि उन्हें अभी मुक्ति नहीं मिलती है। तो ऐसे में आपको उनकी आत्मा की शांति के उपाय करने चाहिए। सपने में पितरों को रोते हुए देखना भी अशुभ संकेत है। ऐसा सपना देखने का मतलब है कि अभी उन्हें मोक्ष की प्राप्ति नहीं हुई है। तो ऐसे में उनकी आत्मा की शांति का प्रबंध करें।

पितृ दोष से मुक्ति के उपाय:
अपने घर में पितरों की तस्वीर अवश्य लगाएं। साथ ही उस तस्वीर की साफ सफाई करें और उसे माला भी जरूर चढ़ाएं।
देवी देवताओं की पूजा करने के बाद पितरों की तस्वीर के समक्ष भी दीपक जरूर जलाएं और उन्हें याद करें।
पितरों की आत्मा की शांति के लिए उनके नाम पर जरूरतमंदों को भोजन जरूर कराएं।
पितृ पक्ष में पितरों के नाम का पिंडदान जरूर करें और ब्राह्मणों को भोजन कराएं। पितृ पक्ष में पितरों का विधि विधान श्राद्ध करें। (यह भी पढ़ें- कन्या राशि में बनने जा रहा है ‘बुधादित्य योग’, जानिए किन राशि वालों को ये दिलाएगा धन और सम्मान)

पितृ दोष का प्रभाव:
धन हानि का सामना करना पड़ता है। हाथ में पैसा नहीं टिक पाता।
घर में सदैव अशांति का माहौल बना रहता है।
कोई भी काम समय पर पूरा नहीं हो पाता।
संतान सुख प्राप्त करने में बाधा उत्पन्न होने लगती है।
नौकरी और व्यापार में हमेशा परेशानियां बनी रहती हैं।