धार्मिक मान्यताओं अनुसार ग्रहण का सूतक विशेष महत्व रखता है। सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। मान्यता है कि सूतक के दौरान किसी भी तरह के शुभ काम नहीं करने चाहिए। खासकर गर्भवती महिलाओं को सूतक में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती है।

सूतक काल में क्या करें और क्या नहीं? सूतक काल में किसी भी तरह के शुभ कार्य न करें। मंदिर के दरवाजे बंद कर दें या फिर उसे किसी कपड़े से ढक दें। सूतक काल में खाना नहीं बनाया जाता। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में किसी भी तरह की नुकीली वस्तु का प्रयोग नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से गर्भ में पल रहे बच्चे को शारीरिक दोष उत्पन्न हो सकता है। ग्रहण की समाप्ति के बाद तुरंत स्नान कर लेना चाहिए। ग्रहण काल में दान पुण्य के काम करना अच्छा माना गया है।

Surya Grahan 2020: कहीं नारंगी तो कहीं हरा दिखा सूरज, उत्तराखंड में दिखी रिंग ऑफ फायर, देखें- Photos

Live Blog

Highlights

    15:45 (IST)21 Jun 2020
    6 घंटा लंबा था ये ग्रहण

    यह ग्रहण सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर शुरू हुआ जबकि दोपहर को 12 बजकर 10 मिनट पर सबसे अधिक प्रभावी रहा। इसके बाद दोपहर को 3 बजकर 4 मिनट पर ग्रहण समाप्त हो गया। साल के पहले सूर्य ग्रहण की पूर्ण अवधि 6 घंटों की रही

    14:51 (IST)21 Jun 2020
    सूर्य ग्रहण की अद्भुत तस्वीर...

    अमृतसर में गुलाबी रंग का दिखाई दिया सूर्य, यहां पर बनी रिंग ऑफ फायर में सूर्य का रंग गुलाबी नजर आया।

    14:25 (IST)21 Jun 2020
    जानिए कहां खत्म हो चुका है सूर्य ग्रहण...

    दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बंगलौर, चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद, पुणे, सिरसा, टिहरी में सूर्य ग्रहण की समाप्ति हो चुकी है। 

    13:45 (IST)21 Jun 2020
    वैष्णो देवी समेत जम्मू और कटरा में सभी धार्मिक स्थलों के कपाट बंद...

    सूर्य ग्रहण के चलते प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी जी के मंदिर परिसर में रोज़ाना होने वाली सुबह की आरती दोपहर 2:20 पर होगी. इसके साथ ही सूर्य ग्रहण के दौरान वैष्णो देवी समेत शहर के सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिये गये। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तरफ से दी गयी जानकारी के मुताबिक जम्मू में सूर्य ग्रहण दोपहर 2:05 मिनट तक रहेगा. इस दौरान माता वैष्णो देवी समेत जम्मू और कटरा में सभी धार्मिक स्थलों के कपाट बंद रहेंगे.

    13:22 (IST)21 Jun 2020
    तमिलनाडु: कोयंबटूर में सूर्यग्रहण ऐसा दिखा...

    कब होता है सूर्य ग्रहण? बता दें कि एक सूर्य ग्रहण तब होता है, जब सूरज, पृथ्वी और चांद एक साथ सीधी रेखा में आ जाते हैं. इसमें चांद, सूरज और पृथ्वी के मध्य में होता है. इससे पृथिवी को आने वाली सूरज की कुछ रोशनी में रुकावट होती है जिससे एक परछाई बन जाती है और आकाश थोड़ा काला हो जाता है.

    12:48 (IST)21 Jun 2020
    देखिए रिंग ऑफ फायर का खूबसूरत नजारा...

    हरियाणा के कुरुक्षेत्र, सिरसा, राजस्थान के सूरजगढ़, उत्तराखंड के देहरादून और चमोली में रिंग ऑफ फायर दिखाई दिया।

    12:17 (IST)21 Jun 2020
    देखिए रिंग ऑफ फायर (Ring Of Fire):

    भारत में सिरसा, राजस्थान, देहरादून समेत कुछ और क्षेत्रों में दिखाई दी रिंग ऑफ फायर। ये नजारा कुछ ही क्षणों के लिए देखने को मिलता है।

    11:43 (IST)21 Jun 2020
    Surya Grahan Live: सूर्य ग्रहण का क्या पड़ेगा प्रभाव...

    पंडितों व ज्योतिषियों के मुताबिक यह खंडग्रास व साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा, जोकि कंकणाकृति खंड ग्रास सूर्य ग्रहण मृगशिरा एवं आद्रा नक्षत्र में रहेगा। सूर्य ग्रहण का ज्यादा असर मिथुन राशि के जातकों पर पड़ेगा। जब-जब सूर्य एवं चंद्र ग्रहण पड़ते हैं तो उनका दीर्घकालीन प्रभाव विसर्ग राजनीति पर भी दिखता है। ग्रहण के समय 6 ग्रह बुध, शुक्र, गुरु, शनि, राहु, केतु वक्री रहेंगे। मिथुन राशि पर सूर्य बुध, राहु, चंद्र की युक्ति रहेगी जो कि अशुभ मानी जाती है।

    11:19 (IST)21 Jun 2020
    ग्रहण की खूसबसूरत तस्वीरें यहां देखें (Surya Grahan Live):

    क्या है सूर्यग्रहण? सूर्यग्रहण एक समान्‍य खगोलीय घटना है। जो चंद्रमा के पृथ्‍वी और सूर्य के बीच आने के कारण होती है। इस दौरान पृथ्‍वी पर चंद्रमा की छाया पड़ती है। जिस जगह यह छाया पड़ती है, वहां आंशिक रूप से अंधेरा हो जाता है। 21 जून को लग रहा सूर्यग्रहण देखने में रिंग ऑफ फॉयर की तरह लगेगा। इस दौरान सूर्य का 88 फीसद तक भाग चंद्रमा की ओट में रहेगा, जिससे सूर्य के किनारे का भाग रिंग की तरह दिखाई देगा। इसे ही 'रिंग ऑफ फायर' कहा जाता है।

    10:56 (IST)21 Jun 2020
    Delhi Solar Eclipse: सूर्य ग्रहण दिल्ली

    दिल्ली में सूर्य ग्रहण का नजारा कुछ ऐसा दिखा...

    10:34 (IST)21 Jun 2020
    जम्मू में शुरू हुआ सूर्य ग्रहण देखें तस्वीर...

    सूर्य ग्रहण का नजारा दिखना शुरू हो गया है

    10:08 (IST)21 Jun 2020
    आपके शहर में ग्रहण दिखने का समय...

    कुछ ही देर में शुरू हो जाएगा सूर्य ग्रहण, कहीं आंशिक तो कहीं दिखेगा इसका वलयाकार रूप। (Image: PIB)

    09:23 (IST)21 Jun 2020
    सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए (Never See Solar Eclipse With Naked Eyes):

    सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए, इसके हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं। हिंदू कालेज मुरादाबाद के भौतिकी के प्रोफेसर अनिल चौहान बताते हैं कि इस दौरान सूर्य से हानिकारक विकिरण निकलता है, जिससे आंखों को बेहद नुकसान हो सकता है, इससे आंखों के टिशु और आइरिस को क्षति पहुंचती है।

    09:03 (IST)21 Jun 2020
    क्या होता है सूतक:

    ग्रहण से पहले सूतककाल लग जाता है। इस दौरान शुभ कार्य, पूजा पाठ इत्यादि काम नहीं किये जाते। कई मंदिरों के कपाट भी ग्रहण काल में बंद कर दिए जाते हैं। माना जाता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा काफी हावी रहती है। जिसका सबसे ज्यादा असर गर्भवती महिलाओं पर पड़ सकता है। इसलिए सूतक काल लगते ही गर्भवती महिलाओं को घर से नहीं निलकने की सलाह दी जाती है। क्योंकि ग्रहण के बुरे प्रभाव से गर्भ में पल रहे बच्चे को कष्ट पहुंच सकता है।

    08:48 (IST)21 Jun 2020
    कोलकाता में आंशिक/खण्डग्रास सूर्य ग्रहण टाइम (Surya Grahan Time Kolakata):

    ग्रहण प्रारम्भ काल - 10:46 AM
    परमग्रास - 12:36 PM
    ग्रहण समाप्ति काल - 02:17 PM
    खण्डग्रास की अवधि - 03 घण्टे 30 मिनट्स 59 सेकण्ड्स
    सूतक समाप्त - 02:17 PM

    08:25 (IST)21 Jun 2020
    कुछ घंटों बाद देश में लग जाएगा सूर्य ग्रहण (Surya Grahan Timing):

    भारत में कुछ घंटों बाद सूर्य ग्रहण की शुरुआत हो जाएगी। इसको लेकर सभी लोगों में काफी उत्साह है। भारतीय समयानुसार 10 बजकर 15 मिनट से देश में सूर्य ग्रहण की शुरुआत हो जाएगी। दिन में 12 बजकर 2 मिनट पर सूर्य ग्रहण अपने चरम पर होगा।



    08:00 (IST)21 Jun 2020
    सूर्य का नजारा रिंग ऑफ फायर के रूप में देखने को मिलेगा (Ring Of Fire Solar Eclipse):

    कुछ ही देर के बाद आज यानी 21 जून को साल का पहला सूर्य ग्रहण आरंभ हो जाएगा। यह ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। इस सूर्य ग्रहण के दौरान आसमान में सूर्य का नजारा बहुत ही अनोखा होगा। इस दौरान सूर्य का नजारा रिंग ऑफ फायर के रूप में देखने को मिलेगा। यह सूर्य ग्रहण भारत में देखा जा सकेगा।

    07:45 (IST)21 Jun 2020
    Solar Eclipse Mumbai Timing (सूर्य ग्रहण का मुंबई में समय):

    मुम्बई में आंशिक/खण्डग्रास सूर्य ग्रहण
    ग्रहण प्रारम्भ काल - 10:01 ए एम
    परमग्रास - 11:38 ए एम
    ग्रहण समाप्ति काल - 01:28 पी एम
    खण्डग्रास की अवधि - 03 घण्टे 27 मिनट्स 14 सेकण्ड्स
    अधिकतम परिमाण - 0.70

    07:21 (IST)21 Jun 2020
    भारत में कैसा दिखेगा सूर्य ग्रहण का नजारा (Solar Eclipse Jne 2020): 

    इस बार का सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। लेकिन यह ग्रहण हर स्थान पर वलयाकार रूप में नहीं दिखेगा। भारत में देहरादून, चमोली, कुरुक्षेत्र, मसूरी, टोहान क्षेत्र में ग्रहण का कंकण (वलयाकार) यानि खग्रास रुप दिखाई देगा। लेकिन कई जगहों पर जैसे कोलकाता, हैदराबाद, शिमला, चेन्नई, मुंबई, चंडीगढ़, आदि शहरो में आंशिक सूर्य ग्रहण ही दिखेगा। जानकारी अनुसार नई दिल्ली में सूर्य का 95 प्रतिशत हिस्सा ढका हुआ दिखाई देगा।

    06:12 (IST)21 Jun 2020
    2022 में एक और वलयाकार सूर्य ग्रहण लगेगा

    दो साल बाद सन 2022 में एक और वलयाकारसूर्य ग्रहण लगेगा, लेकिन वह शायद ही भारत से दिखाई देगा।

    05:32 (IST)21 Jun 2020
    देश के अलग-अलग हिस्सों में कहीं कम, कहीं ज्यादा ग्रहण दिखेगा

    दिल्ली में लगभग 94 प्रतिशत, गुवाहाटी में 80 प्रतिशत, पटना में 78 प्रतिशत, सिलचर में 75 प्रतिशत, कोलकाता में 66 प्रतिशत, मुंबई में 62 प्रतिशत, बेंगलुरु में 37 प्रतिशत, चेन्नई में 34 प्रतिशत, पोर्ट ब्लेयर में 28 प्रतिशत ग्रहण दिखाई देगा।

    04:32 (IST)21 Jun 2020
    अमावस्या पर सूर्य के साथ चंद्रमा भी दिख सकता है

    अमावस्या पर सूर्य के साथ-साथ चंद्रमा भी दिख सकता है, लेकिन सूर्य के प्रकाश में चंद्रमा काफी फीका नजर आता है।

    02:47 (IST)21 Jun 2020
    18 वर्ष 18 दिन की समयावधि में होता है 41 सूर्य ग्रहण

    खगोल शास्त्रियों नें गणित से निश्चित किया है कि 18 वर्ष 18 दिन की समयावधि में 41 सूर्य ग्रहण और 29 चन्द्रग्रहण होते हैं। 

    23:58 (IST)20 Jun 2020
    सूतक काल में विधानों काे न मानना मानसिक व्याधियों को बढ़ावा देने जैसा होता है

    सूर्यग्रहण के सूतक काल का पालन करना आवश्यक है। क्योंकि यह प्रभावकारी है। इसको न मानना शारीरिक और मानसिक व्याधियों को बढ़ावा देने जैसा होता है।

    22:52 (IST)20 Jun 2020
    सूतक काल में मनोरंजन करने, आराम करने, सोने और भोजन करने से विपत्तियां आती हैं।

    सूतक काल में मनोरंजन करना, आराम करना, सोना, भोजन करना और यात्रा करने की मनाही है। ऐसा करने से घर में विपत्तियां आती हैं।

    22:23 (IST)20 Jun 2020
    क्या होता है सूतक काल

    ग्रहण से पहले सूतककाल लग जाता है। इस दौरान शुभ कार्य, पूजा पाठ इत्यादि काम नहीं किये जाते। कई मंदिरों के कपाट भी ग्रहण काल में बंद कर दिए जाते हैं। माना जाता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा काफी हावी रहती है। जिसका सबसे ज्यादा असर गर्भवती महिलाओं पर पड़ सकता है। इसलिए सूतक काल लगते ही गर्भवती महिलाओं को घर से नहीं निलकने की सलाह दी जाती है। क्योंकि ग्रहण के बुरे प्रभाव से गर्भ में पल रहे बच्चे को कष्ट पहुंच सकता है।

    22:08 (IST)20 Jun 2020
    Solar Eclipse 2020: इस मंत्र का जाप करने की सलाह देते हैं ज्योतिषी

    विधुन्तुद नमस्तुभ्यं सिंहिकानन्दनाच्युत।
    दानेनानेन नागस्य रक्ष मां वेधजाद्भयात्॥२॥

    श्लोक अर्थ - सिंहिकानन्दन (पुत्र), अच्युत! हे विधुन्तुद, नाग के इस दान से ग्रहणजनित भय से मेरी रक्षा करो।

    21:43 (IST)20 Jun 2020
    Sutak Timing: भोपाल में सूतक का समय

    सूतक प्रारम्भ - 09:46 पी एम, जून 20

    सूतक समाप्त - 01:47 पी एम, 21 जून

    बच्चों, वृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक प्रारम्भ - 05:35 ए एम, 21 जून

    बच्चों, वृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक समाप्त - 01:47 पी एम, 21 जून

    21:22 (IST)20 Jun 2020
    पुणे में सूतक का समय

    सूतक प्रारम्भ - 09:55 पी एम, जून 20

    सूतक समाप्त - 01:31 पी एम, 21 जून

    बच्चों, वृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक प्रारम्भ - 05:59 ए एम, 21 जून

    बच्चों, वृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक समाप्त - 01:31 पी एम, 21 जून

    20:52 (IST)20 Jun 2020
    Surya Grahan 2020: ग्रहण के दौरान ये करना होता है वर्जित

    तेल मालिश करना, जल ग्रहण करना, मल-मूत्र विसर्जन, बालों में कन्घा करना, मञ्जन-दातुन करना तथा यौन गतिविधियों में लिप्त होना ग्रहण काल में प्रतिबन्धित माना जाता है।

    20:29 (IST)20 Jun 2020
    कोलकाता में सूतक का समय

    सूतक प्रारम्भ - 09:01 पी एम, जून 20

    सूतक समाप्त - 02:17 पी एम, जून 21

    बच्चों, वृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक प्रारम्भ - 04:53 ए एम, जून 21

    बच्चों, वृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक समाप्त - 02:17 पी एम, 21 जून

    20:03 (IST)20 Jun 2020
    Solar Eclipse 2020: दिल्ली में सूतक का समय

    सूतक प्रारम्भ - 09:52 पी एम, जून 20

    सूतक समाप्त - 01:49 पी एम, 21 जून

    बच्चों, वृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक प्रारम्भ - 05:24 ए एम, 21 जून

    बच्चों, वृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक समाप्त - 01:49 पी एम, 21 जून

    19:40 (IST)20 Jun 2020
    क्यों रहना चाहिए सतर्क

    ऐसा माना जाता है कि अगर गर्भवती महिलाएं ग्रहण देखती हैं तो गर्भ में पल रहे बच्चे को शारीरिक या मानसिक परेशानियां हो सकती हैं। इससे गर्भपात की संभावना भी बढ़ जाती है, इसलिए ग्रहण के दौरान सतर्क रहें।

    19:17 (IST)20 Jun 2020
    Sutak of Surya Grahan 2020: गर्भवती महिलाएं रखें खास ख्याल

    गर्भवती महिलाओं को सूतक काल के दौरान चाकू और कैंची का प्रयोग नहीं करना चाहिए। उनको ग्रहण की घटना को देखने से भी बचना चाहिए। हो सके तो ग्रहण के दौरान घर से बाहर न निकलें।

    18:54 (IST)20 Jun 2020
    रांची में सूतक का समय

    सूतक प्रारम्भ - 09:14 पी एम, जून 20

    सूतक समाप्त - 02:10 पी एम, 21 जून

    बच्चों, बृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक प्रारम्भ - 05:03 ए एम, 21 जून

    बच्चों, बृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक समाप्त - 02:10 पी एम, 21 जून

    18:33 (IST)20 Jun 2020
    Sutak Time: पटना में सूतक का समय

    सूतक प्रारम्भ - 09:17 pm, जून 20

    सूतक समाप्त - 02:10 pm, 21 जून

    बच्चों, बृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक प्रारम्भ - 04:59 am, 21 जून

    बच्चों, बृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक समाप्त - 02:10 pm

    18:13 (IST)20 Jun 2020
    सूतक का समय

    सूर्य ग्रहण से पूर्व सूतक काल चार प्रहर तक माना जाता है तथा चन्द्र ग्रहण के दौरान ग्रहण से पूर्व तीन प्रहर के लिये सूतक माना जाता है। सूर्योदय से सूर्योदय तक आठ प्रहर होते हैं। अतः सूर्य ग्रहण से बारह घण्टे तथा चन्द्र ग्रहण से नौ घण्टे पूर्व से सूतक काल माना जाता है।

    17:52 (IST)20 Jun 2020
    Surya Grahan 2020: सूतक काल में न करें ये कार्य

    सूतक काल के दौरान किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ का सेवन न करें। किसी भी तरह का नया काम शुरू नहीं करना चाहिए। कैंची और चाकू का प्रयोग भी न करें। भगवान की मूर्तियों को हाथ से न छुएं। बालों में कंघी करना भी अशुभ माना जाता है। सूतक के दौरान भगवान का ध्यान करना चाहिए ताकि नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव न पड़े। सूतक काल के दौरान धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन किया जा सकता है।