Surya Grahan 2021 Live Updates: साल का दूसरा ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा जो ज्येष्ठ अमावस्या के दिन लगने जा रहा है। खास बात ये है कि इस दिन शनि जयंती भी है। धार्मिक मान्यताओं अनुसार सूर्य को ग्रहण लगना अच्छा नहीं माना जाता है। लेकिन विज्ञान अनुसार ये एक दिलचस्प घटना होती है जिसमें बहुत कुछ जानने को मिलता है। सूर्य ग्रहण की शुरुआत दोपहर 1:42 बजे से हो जाएगी और इसकी समाप्ति शाम 06:41 बजे पर होगी। खास बात ये है कि इस सूर्य ग्रहण में एक समय ऐसा भी आयेगा जब सूर्य आग की अंगूठी की तरह चमकता दिखाई देगा। हालांकि ये खूबसूरत नजारा बस कुछ ही क्षण के लिए देखने को मिलता है।
148 साल बाद बन रहा ऐसा योग: इस ग्रहण से संबंधित खास बात ये भी है कि 10 जून को शनि जयंती भी है। शनि जयंती पर ग्रहण का योग करीब 148 साल बाद बन रहा है। इससे पहले 26 मई 1873 को ऐसा हुआ था जब शनि जयंती पर शनि मकर में वक्री अवस्था में था और सूर्य ग्रहण लगा था। जानकारी के मुताबिक भारत में पूर्ण नहीं बल्कि आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। लेकिन देश में कुछ ही इलाकों में सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा।
कैसे लगता है सूर्य ग्रहण? ये घटना उस वक्त घटती है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी परिक्रमा करते हुए एक सीधी रेखा में आ जाते हैं। ऐसे में कुछ समय के लिए चंद्रमा सूर्य की रोशनी आंशिक तौर पर या पूरे तरीके से रोक देता है। इसे ही सूर्य को ग्रहण लगना कहा जाता है।
कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण का नजारा? यह ग्रहण पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों के अलावा, अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख में भी कुछ जगहों पर देखा जा सकेगा। सूर्य ग्रहण का सबसे शानदार नजारा उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया के बड़े क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। इसके अलावा कनाडा, ग्रीनलैंड और रूस के कुछ चुनिंदा इलाकों में भी ग्रहण नजर आएगा। न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन डीसी, लंदन और टोरंटो से भी लोग ग्रहण को देख सकेंगे।
भारत में नहीं होगा सूतककाल: भारत में इस सूर्य ग्रहण का असर न के बराबर ही रहेगा इसलिए इसका सूतककाल मान्य नहीं होगा। ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक, सूतककाल वहीं पर मान्य होता है जहां ग्रहण स्पष्ट रूप से दिखाई दे इसलिए इस सूर्य ग्रहण के दौरान सूतक काल संबंधित पाबंदी नहीं होंगी। जानकारी के लिए बता दें कि सूर्यग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। जिस दौरान शुभ कार्यों समेत कई चीजों पर रोक होती है।
कैसे देखें सूर्य ग्रहण: सूर्य ग्रहण को देखने के लिए विशेष रूप से बनाए गए ग्लास यानी चश्मे का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। लेकिन भारत में ये ग्रहण दिखाई नहीं दे रहा है तो आपको इस खूबसूरत नजारे का दीदार इंटरनेट और टीवी के माध्यम से ही करना पड़ेगा। आप चाहें तो timeanddate.com पर भी सूर्य ग्रहण के इस नजारे को देख सकते हैं। इसके अलावा नासा की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी सूर्य ग्रहण का नजारा लाइव देखा जा सकेगा।
भारत में इस अनोखी खगोलीय घटना को नहीं देखा जा सकेगा क्योंकि यहां ग्रहण नहींं लग रहा है। जबकि दुनिया के कई जगहों पर पूर्ण या आंशिक सूर्य ग्रहण के दीदार हो सकेंगे। लेकिन आप इस सूर्य ग्रहण की घटना को ऑनलाइन देख सकते हैं।
सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है। ग्रहण भारतीय समय के अनुसार दोपहर 01 बजकर 42 से आरंभ हो गया है। भारत में यह सूर्य ग्रहण लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में कुछ समय के लिए ही आंशिक रूप से दिखाई देगा। ग्रहण शाम के 06 बजकर 41 मिनट पर खत्म हो जाएगा। कुल मिलाकर ग्रहण की अवधि 05 घंटे की रहेगी।
सूर्य ग्रहण का नजारा लाइव यहां देख सकते हैं।
यह सूर्य ग्रहण पूर्ण रूप से उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया में आंशिक तथा उत्तरी कनाडा, ग्रीनलैंड और रूस में पूर्ण रूप से नजर आएगा। यह ग्रहण अपराह्न 01:42 बजे शुरू होकर शाम 06:41 बजे तक रहेगा। भारत में अरुणाचल प्रदेश में सूर्यग्रहण शाम 5:52 बजे देखा जा सकेगा। लद्दाख में यह शाम छह बजे दिखेगा।
शाम 4:52 बजे तक आकाश में सूर्य अग्नि वलय (आग की अंगूठी) की तरह दिखाई देगा. दुरई ने कहा कि सूर्यग्रहण भारतीय समयानुसार शाम लगभग 6:41 बजे समाप्त होगा. विश्व में कई संगठन सूर्य ग्रहण की घटना के सीधे प्रसारण की व्यवस्था कर रहे हैं. लेकिन ये नजारा भारत में देखने को नहीं मिलेगा। यहां लोग इंटरनेट के माध्यम से इस खूबसूरत नजारे को घर बैठे लाइव देख सकते हैं।
ग्रहण एक खगोलीय घटना है जिसका दीदार हर कोई करना चाहता है। लेकिन भारत के अधिकतर इलाकों में ग्रहण नहीं दिखाई दे रहा है। लेकिन आप ऑनलाइन यहां से ग्रहण का नजारा लाइव देख सकते हैं।
साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण 1.42 बजे शुरू होने जा रहा है। ये वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। इस ग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव वृषभ राशि के जातकों पर पड़ेगा। इसलिए आपको सावधान रहने की जरूरत पड़ेगी।
-साल का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून 2021 को गुरुवार के दिन लगने जा रहा है। ग्रहण की शुरुआत दोपहर 1.42 बजे से होगी और इसकी समाप्ति शाम 6.41 बजे पर होगी। ग्रहण का चरम समय शाम 4.16 बजे (IST) होगा। ये वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा जिस दौरान सूर्य कुछ क्षणों के लिए आसमान में आग की अंगूठी की तरह चमकता दिखाई देगा। ग्रहण काल में किसी भी तरह के कार्यों पर कोई पाबंदी नहीं होगी। ग्रहण कनाडा के कुछ हिस्सों, रूस, आर्कटिक महासागर, ग्रीनलैंड, उत्तरी अमेरिका, एशिया के कुछ भागों और यूरोप के प्रमुख हिस्सों में दिखाई देगा। -यह ग्रहण विक्रम संवत 2078 में ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को अनुराधा नक्षत्र और वृषभ राशि में लगेगा।
स्वास्थ्य खराब होने के आसार दिखाई दे रहे हैं। धन-हानि के योग बनेंगे। किसी भी काम में जल्दबाजी से नुकसान हो सकता है। धैर्य से काम लेंगे तो कार्यों में सफलता जरूर मिलेगी।
खगोल शास्त्रियों नें गणित से निश्चित किया है कि 18 वर्ष 18 दिन की समयावधि में 41 सूर्य ग्रहण और 29 चन्द्रग्रहण होते हैं। एक वर्ष में 5 सूर्यग्रहण तथा 2 चन्द्रग्रहण तक हो सकते हैं।
रिंग ऑफ फायर को वलयाकार सूर्य ग्रहण कहा जाता है। ऐसा तब होता है जब सूर्य का करीब 99 प्रतिशत भाग चंद्रमा की छाया में छिप जाता है इस दौरान सूर्य चमकीले छल्ले की तरह नजर आता है। इस स्थिति में चंद्रमा सूर्य के पूरे भाग को अपनी छाया में नहीं ढक पाता है। सूर्य का बाहरी हिस्सा प्रकाशित रह जाता है जिससे आसमान में रिंग ऑफ फायर का नजारा देखने को मिलता है।
पंचांग के अनुसार ग्रहण ज्येष्ठ महीने की अमावस्या तिथि, वृषभ राशि और मृगशिरा नक्षत्र में लगेगा। आज के दिन वट सावित्री व्रत और शनि जयंती भी मनाई जा रहा है। यह ग्रहण भारत के राज्य अरुणांचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के उत्तरी भाग में कुछ क्षणों के लिए लगेगा जिसे देख पाना कठिन रहेगा।
वैज्ञानिक दृष्टि कोण में सूर्यग्रहण एक खगोलीय घटना है. जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं तब यह घटना घटित होती है. इस बार का यह सूर्यग्रहण एक वलयाकार पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. इसमें चंद्रमा की छाया सूर्य पर इस तरह से पड़ेगी कि सूर्य के बीच का भाग पूरी तरह से ढक जाएगा, लेकिन सूर्य का बाहरी हिस्सा एक वलय के आकार में प्रकाशित होता दिखाई देगा.
मेष: धन हानि होने के आसार दिखाई दे रहे हैं। धन सोच समझकर ही खर्च करें। किसी भी तरह के विवाद से दूर रहें। कार्यों को सोच विचार के करने में ही लाभ मिलेगा। लंबी यात्रा से नुकसान हो सकता है।
वृषभ: इस राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आप शरीर की ऊर्जा में कमी महसूस कर सकते हैं। विवाहित जातकों में इस दौरान वाद-विवाद होने की स्थिति बन सकती है। अचल संपत्तियों पर निवेश करने से बचें। धोखा मिलने के आसार दिखाई दे रहे हैं। सभी राशियों का हाल जानने के लिए यहां क्लिक करें