Surya Grahan Occurs After Chandra Grahan November 2021: चंद्र ग्रहण के ठीक 15 दिन बाद यानी 4 दिसंबर को सूर्य ग्रहण लगेगा। पंचांग अनुसार सूर्य ग्रहण मार्गशीर्ष मास की अमावस्या के दिन शनिवार को लगने जा रहा है। ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगेगा। ये साल 2021 का आखिरी ग्रहण होगा। इस सूर्य ग्रहण को अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक के दक्षिणी भाग में देखा जाएगा। ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इसका सूतक काल भी नहीं माना जाएगा।

सूर्य ग्रहण की डेट और टाइम:
-साल का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लगा था और अब दूसरा सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर को लगने जा रहा है।
-ग्रहण की शुरुआत सुबह 11 बजे से होगी और समाप्ति दोपहर 3 बजकर 7 मिनट पर।
-भारत में ये ग्रहण दिखाई नहीं देगा। यहां इसका सूतक काल भी नहीं लगेगा।
-पूर्ण सूर्य ग्रहण का नजारा मुख्य रूप से पश्चिम अंटार्कटिका के पूर्व से पश्चिम तक में देखने को मिलेगा और आंशिक सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया के उत्तरी भागों में दिखाई देगा।
-हिन्दू पंचांग के अनुसार सूर्य ग्रहण विक्रम संवत 2078 में मार्गशीर्ष मास की अमावस्या को लगेगा, जिसका प्रभाव वृश्चिक राशि और अनुराधा और ज्येष्ठा नक्षत्र पर सबसे ज्यादा पड़ेगा।
-सूर्य ग्रहण के समय सूर्य और चंद्र दोनों ही वृश्चिक राशि में मौजूद रहेंगे।

सूर्य ग्रहण के दौरान किन बातों का रखें ध्यान:
-गर्भवती महिलाओं को ग्रहण देखने से बचना चाहिए।
-इस दौरान मन ही मन अपने ईष्ट देव की अराधना करनी चाहिए।
-सूर्य ग्रहण के दौरान इस मंत्र का जाप करना फलदायी माना जाता है- “ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो : सूर्य: प्रचोदयात।”
-ग्रहण लगने से पहले खाने-पीने की वस्तुओं में तुलसी के पत्ते डालकर रख देने चाहिए।
-इस दौरान भोजन पकाना और खाना दोनों मना होता है।
-ग्रहण काल में भगवान की मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए।
-ग्रहण काल में सोने से भी बचना चाहिए।

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तीन प्रकार के होते हैं सूर्य ग्रहण: पूर्ण सूर्य ग्रहण, दूसरा आंशिक सूर्य ग्रहण और तीसरा वलयाकार  सूर्य ग्रहण। ग्रहण के दौरान चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है।