इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण ये वर्ष खत्म होने के साथ लगने जा रहा है। यह वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जिसमें सूर्य एक आग की अगूंठी की तरह दिखाई देगा। भारतीय समयानुसार ये ग्रहण 08:17 से लेकर 10:57 बजे तक रहेगा। खास बात ये है कि इस ग्रहण को भारत भी देखा जा सकेगा। इसके अलावा पूर्वी यूरोप, एशिया, उत्तरी-पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में भी इसे देखा जायेगा। सूर्य ग्रहण के समय सूर्य राशि धनु और नक्षत्र मूल रहेगा। इसलिए इस नक्षत्र और राशि के लोगों पर इस ग्रहण का खास प्रभाव पड़ेगा। आप लोगों को सतर्कता बरतनी होगी।
26 दिसंबर को लगने जा रहा सूर्य ग्रहण भारत में दिखने के कारण सूतक भी लागू रहेगा। धार्मिक मान्यताओं अनुसार सूतक काल के समय किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किये जाते साथ ही मंदिरों के कपाट भी बंद हो जाते हैं। क्योंकि इस दौरान पूजा-पाठ भी निषेध माना गया है। सूतक काल का प्रारंभ 25 दिसंबर को 5 बजकर 33 मिनट से हो जायेगा और इसका अंत 26 दिसंबर सुबह 10 बजकर 57 मिनट पर होगा।
इस बार का सूर्य ग्रहण वलयाकार है जो उस समय घटित होता है जब चंद्रमा पृथ्वी से बहुत दूर होते हुए भी पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है। लेकिन इस प्रक्रिया में चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी को अपनी छाया में नहीं ले पाता है। जिस कारण इस ग्रहण के समय सूर्य के बाहर का हिस्सा प्रकाशित रह जाता है और सूर्य एक आग से भरी अंगूठी की तरह दिखाई देता है। इसे ही वलयाकार सूर्य ग्रहण कहा गया है। सूर्य ग्रहण की घटना अमावस्या के दिन ही घटित होती है और चंद्र ग्रहण की पूर्णिमा के दिन।
सूर्य ग्रहण की खास बातें: ये सूर्य ग्रहण खंडग्रास यानी की आंशिक होगा। आंशिक सूर्य ग्रहण से मतलब होता है कि सूर्य पूरी तरह से चंद्रमा की छाया में नहीं आयेगा। इस ग्रहण का प्रारंभ सुबह 8 बजकर 17 मिनट से होगा। जिसका परमग्रास सुबह 9 बजकर 31 मिनट पर होगा और अंत सुबह 10 बजकर 57 मिनट पर। कुल 2 घंटे 40 मिनट और 2 सेकेंड के लिए सूर्य ग्रहण लगेगा।
सूर्य ग्रहण के समय क्या न करें: इस दौरान भोजन नहीं करना चाहिए क्योंकि ग्रहण से निकली किरणें खाने को दूषित कर देती हैं जो सेहत के लिए हानिकारक साबित होती हैं। धार्मिक मान्यताओं अनुसार ग्रहण के समय पूजा-पाठ जप, दान आदि करना विशेष श्रेष्ठ रहता है। ग्रहण शुरू होने से तीन घड़ी और ग्रहण समाप्त होने के तीन घड़ी बाद तक भोजन नहीं करना चाहिए। सूर्य ग्रहण के बाद स्नान भी जरूर करना चाहिए।