Supermoon 2017 India Sunday:3 नवंबर की रात को दुनिया आसमान में एक अनोखा नजारा देखेगी। रविवार रात को आसमान में ‘सुपरमून’ दिखेगा। ‘सुपरमून’ तब होता है जब चंद्रमा अपनी कक्षा में धरती के सबसे करीब होता है। इस वक्‍त चंद्रमा बड़ा और चमकदार दिखाई देता है।

क्‍या है Supermoon?

‘सुपरमून’ के समय, चंद्रमा धरती की कक्षा पहले की तुलना में बेहद करीब होगा। आम दिनों की तुलना में यह दोनों के बीच की सबसे करीबी दूरी होगी। इस दौरान दुनिया भर के लोगों को चांद 13.6 प्रतिशत ज्‍यादा गोल और 29 फीसदी बड़ा दिखाई देगा। रविवार का ‘सुपरमून’ सिर्फ इसलिए खास नहीं कि यह साल में सिर्फ एक बार हो रहा है, बल्कि इस रात चांद 7 फीसदी बड़ा और 15 फीसदी ज्‍यादा चमक के साथ दिखाई देगा।

कब देखें Supermoon?

‘सुपरमून’ देखने का सबसे सही वक्त सूर्यास्त के तुरंत बाद का होता है, क्योंकि उस वक्त चंद्रमा क्षितिज के काफी करीब होता है, इसलिए आकार में बड़ा दिखाई देता है।

कैसे लें फोटो?

वे लोग जो सुपरमून की तस्वीर लेना चाहते हैं और इसे लेकर काफी उत्सुक हैं, उनके लिए नासा ने कुछ जरूरी बातें बताई हैं। लॉन्ग टेलीफोटो लेंस वाला कोई भी कैमरा सुपरमून की तस्वीर ले सकता है। एक डीएसएलआर को भी ‘सिर्फ लेंस’ वाले टेलीफोटो की तरह इस्‍तमाल किया जा सकता है। नासा की सलाह है ट्राइ-पॉड का इस्‍तेमाल किया जाए। साफ तस्‍वीर लेने के लिए शटर दबाने के लिए केबल के यूज की सलाह भी नासा ने दी है। नासा ने 1/ISO के बराबर शटर टाइम से शुरू करने और f/16 अपार्चर रखने को कहा है।

नासा ने कहा है कि यह तीन ‘सुपरमून्‍स’ की सीरीज का पहला है। अगले दो 1 और 31 जनवरी, 2018 को दिखाई देंगे, यानी मिस कर गए तो ज्‍यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। आपको बता दें कि 2016 में चांद धरती के सबसे करीब से गुजरा था, ऐसा 1948 के बाद कभी नहीं हुआ था। अगली बार चांद धरती के इतना करीब 25 नवंबर, 2034 से पहले नहीं आएगा।