Shani Transit 2020: ज्योतिष शास्त्र में शनि को न्याय का देवता कहा गया है। साथ ही शनि पापी ग्रह की श्रेणी में रखा गया है। ज्योतिष के जानकार ऐसा मानते हैं कि शनि का प्रभाव इंसान के जीवन पर उसके कर्मों के अनुसार पड़ता है। शनि ग्रह आयु, रोग, दुख, कष्ट, लोहा, कर्म, नौकरी, व्यापार और जेल आदि का कारक माना गया है। शनि की चाल अन्य ग्रहों की अपेक्षा धीमी होती है। साल 2020 में शनि का पहला गोचर 24 जनवरी को होगा। शनि का यह गोचर धनु से मकर राशि में होने वाला है।

कौन हैं शनि

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शनि भवान सूर्य और माता छाया के पुत्र हैं। शनि की दृष्टि क्रूर होती है। कहा जाता है कि शनि के अशुभ प्रभाव से इंसान परेशानियों से घिर जाता है। शनि की क्रूरता के बारे में कथा प्रचलित है जिसके मुताबिक सूर्य का विवाह दक्ष प्रजापति की पुत्री से हुआ था। सूर्य के तेज के प्रभाव से अधिक समय तक उनके साथ नहीं रह पाई थी। कुछ समय के बाद सूर्य की पत्नी संज्ञा ने उनकी सेवा में अपनी छाया को छोड़कर चली गई। जिसके बाद छाया से शनि का हुआ।

मकर और कुंभ राशियों का स्वामी ग्रह

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मकर और कुंभ राशि का स्वामी ग्रह शनि है। मकर राशि का स्वामी होने के कारण शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को तेल और काली उड़द का दान करना शुभ माना गया है। साथ की जरूरतमंद को काले कंबल का दान भी अच्छा माना जाता है। कुंभ राशि वालों का भी स्वामी ग्रह शनि हैं। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना उत्तम माना गया है। इसके अलावा जरूरतमंद इंसान को काले छाते का भी दान कर सकते हैं।

[bc_video video_id=”5983148197001″ account_id=”5798671092001″ player_id=”JZkm7IO4g3″ embed=”in-page” padding_top=”56%” autoplay=”” min_width=”0px” max_width=”640px” width=”100%” height=”100%”]

24 जनवरी को शनि का मकर राशि में होगा गोचर

साल 2020 में शनि का पहला गोचर 24 जनवरी को धनु से मकर राशि में होने जा रहा है। शनि का यह राशि परिवर्तन 24 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर होगा। शनि एक राशि में ढाई वर्षों तक रहता है। ऐसे में जिस राशि में शनि प्रवेश करता है उस पर शनि के ढैया मानी जाती है। मकर राशि में प्रवेश करने के कारण धनु राशि की अंतिम ढैया रहेगी। वहीं मकर राशि वालों के लिए दूसरी ढैया रहेगी।