Shani Sade Sati: शनि 24 जनवरी 2020 से मकर राशि में गोचर हैं और साल 2021 में शनि का कोई राशि परिवर्तन नहीं है। शनि के अपनी स्वराशि मकर में गोचर करने से धनु, मकर औक कुंभ वाले शनि साढ़े साती की चपेट में हैं। तो वहीं मिथुन और तुला वालों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव है। ऐसा माना जाता है कि शनि साढ़े साती और ढैय्या के दौरान लोगों को कई कष्ट उठाने पड़ते हैं। जानिए मकर, कुंभ और मीन वालों को कब मिलेगी शनि साढ़े साती से मुक्ति…

धनु राशि पर से कब हटेगी शनि साढ़े साती? धनु राशि वालों पर से शनि की साढ़े साती साल 2022 में हट जाएगी। शनि 29 अप्रैल 2022 में दिन शुक्रवार को कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। कुंभ राशि के स्वामी भी शनिदेव ही हैं। शनि के कुंभ में गोचर करते ही धनु वाले शनि साढ़े साती के प्रभाव से मुक्त हो जाएंगे। लेकिन साल 2022 में ही शनि अपनी वक्री चाल चलते हुए फिर से 12 जुलाई को मकर में गोचर करने लगेंगे और पुन: मार्गी 17 जनवरी 2023 को होंगे। शनि के फिर से मकर में आते ही धनु वालों पर फिर से शनि साढ़े साती का प्रभाव पड़ने लगेगा। पूर्ण रूप से धनु वालों को शनि साढ़े साती से मुक्ति साल 2023 में मिलेगी।

मकर राशि पर से कब हटेगी शनि साढ़े साती? शनि जिस राशि में विराजमान होते हैं उस राशि से लेकर एक राशि पहले और बाद तक शनि साढ़े साती का प्रभाव रहता है। जब शनि मीन राशि में गोचर करेंगे तब मकर वालों को शनि की साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी। 29 मार्च साल 2025 में मकर राशि के जातक शनि साढ़े साती के प्रभाव से मुक्त हो जाएंगे।

कुंभ राशि पर से कब हटेगी शनि साढ़े साती? जब शनि मेष राशि में गोचर करेंगे तो कुंभ वालों को भी शनि साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी। शनि का मेष राशि में गोचर साल 2027 में 3 जून को होगा। लेकिन इसी वर्ष शनि अपनी वक्री चाल चलते हुए 20 अक्टूबर से फिर से मीन राशि में गोचर करने लगेंगे। जिससे कुंभ वाले फिर से शनि साढ़े साती की चपेट में आ जाएंगे। पूर्ण रूप से कुंभ वालों को शनि साढ़े साती से मुक्ति 23 फरवरी 2028 को मिलेगी।