Shani Sade Sati Makar Rashi: मकर राशि वालों पर शनि साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है। कहा जाता है कि इस चरण में शनि मानसिक के साथ शारीरिक कष्ट भी देते हैं। इस दौरान दुर्घटना होने और चोट लगने के आसार रहते हैं। इसलिए सतर्कता जरूरी है। शनि इस समय मकर राशि में ही गोचर हैं। शनि इस राशि के स्वामी ग्रह भी हैं। शनि के वक्री होते ही इस राशि वालों के कष्ट और भी अधिक बढ़ने की संभावना है। जानिए शनि साढ़े साती से कब मिलेगी मुक्ति…
शनि साढ़े साती से मुक्ति कब? शनि से मुक्ति पाने के लिए अभी आपको लंबा इंतजार करना पड़ेगा। शनि साढ़े साती से सबसे पहले मुक्ति धनु वालों को मिलेगी। शनि 29 अप्रैल 2022 को कुंभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। जिससे धनु वालों पर से इसका प्रभाव हट जाएगा। वहीं अगर मकर वालों की बात करें तो आपको शनि साढ़े साती से मुक्ति पाने के लिए साल 2025 तक इंतजार करना पड़ेगा। शनि जब 29 मार्च 2025 में मीन राशि में प्रवेश करेंगे तो आपको शनि के प्रकोप से छुटकारा मिल जाएगा।
शनि के वक्री होते ही बढ़ेंगे कष्ट: शनि 23 मई को वक्री होने जा रहे हैं। इस दौरान मकर वालों के कष्टों में बढ़ोतरी होगी। कोई भी काम समय पर पूरा नहीं हो पाएगा। सड़क दुर्घटना के आसार दिख रहे हैं। इसलिए सतर्क रहें। क्रोध की वजह से नुकसान झेलना पड़ सकता है। माता-पिता के साथ संबंध बिगड़ सकते हैं। हर समय सिर दर्द की समस्या बनी रहेगी। इस बर्थ डेट वाले लोग माने जाते हैं घमंडी और उपद्रवी, लेकिन इनके पास धन-धान्य की नहीं होती कमी
बचने के करें उपाय: शनि के बुरे प्रभाव से बचने के लिए हर शनिवार शनि चालीसा का पाठ करें। कहा जाता है कि हनुमान जी की पूजा से भी शनि ग्रह शांत होता है। इसलिए शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ भी जरूर करें। पीपल के पेड़ की पूजा करें। जरूरतमंदों की मदद करें। शनिवार के दिन तेल, काली उड़द दाल, काले वस्त्र, काले जूते का दान करने से भी शनि के दोष से मुक्ति मिलती है। विदुर नीति अनुसार इन 4 चीजों के भंवर में भूलकर भी न फंसें, नहीं तो हो सकते हैं बर्बाद