Shani Sade Sati: शनि की साढ़े सात साल तक चलने वाली दशा को शनि साढ़े साती कहते हैं। शनि देव जिस राशि में विरामान होते हैं उस राशि समेत इनके आगे और ठीक पीछे की राशि पर शनि साढ़े साती रहती है। शनि एक राशि से दूसरी राशि में जाने के लिए करीब ढाई वर्ष का समय लेते हैं। सभी ग्रहों में इनकी चाल सबसे धीमी मानी जाती है। शनि का मकसद व्यक्ति को जीवन भर के लिए सीख देने का होता है। जानिए वर्तमान में किन राशि वालों पर शनि साढ़े साती चल रही है और क्या है शनि के प्रकोप से बचने के उपाय…
इन राशियों पर है शनि साढ़े साती: धनु, मकर और कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती चल रही है। धनु वालों पर इसका अंतिम चरण, मकर वालों पर दूसरा चरण तो कुंभ वालों पर इसका पहला चरण चल रहा है। शनि साढ़े साती का पहला चरण व्यक्ति को मानसिक रूप से परेशान करता है, दूसरा चरण आर्थिक और शारीरिक तौर पर हानि पहुंचाता है और तीसरा चरण हुए नुकसान की भरपाई करवाता है। यही वे समय होता है जब व्यक्ति को अपनी गलतियों का अहसास होता है।
शनि साढ़े साती के उपाय: शनि साढ़े साती के दौरान शिव और हनुमान जी की उपासना करनी चाहिए। कहा जाता है कि इनके भक्तों को शनि देव परेशान नहीं करते। शिवलिंग की नियमित पूजा करनी चाहिए। पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए। शनि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। शनि से संबंधित वस्तुएं जैसे लोहे से बने बर्तन, सरसों का तेल, काले कपड़े, चमड़े के जूते, काले चने, काली उड़द और काले तिल का दान फलदायी माना जाता है। शनि की दशा से बचने के लिए किसी योग्य पंडित से महामृत्युंजय मंत्र द्वारा शिव का अभिषेक कराना भी उत्तम माना जाता है। Lunar Eclipse 2021: चंद्र ग्रहण के समय क्या करें और क्या न करें, जानिए सबकुछ
शनि साढ़े साती के दौरान किन गतिविधियों से बचना चाहिए? इस दौरान जोखिम भरे कार्यों को करने से बचना चाहिए। कार्य स्थल पर तर्क-वितर्क से बचना चाहिए। वाहन चलाते समय हमें सतर्क रहना चाहिए। किसी भी कानूनी समझौते में फंसने से बचना चाहिए। शनिवार और मंगलवार को शराब बिल्कुल भी नहीं पीनी चाहिए। साथ ही शनिवार और मंगलवार को काले कपड़े या फिर चमड़े के सामान खरीदने से बचना चाहिए। कल लगेगा उपच्छाया चंद्र ग्रहण, जानिए ग्रहण से संबंधित सभी जरूरी बातें यहां