Shani Retrograde 2021: 23 मई से शनि अपनी वक्री चाल शुरू करने जा रहे हैं और 11 अक्टूबर तक शनि इसी स्थिति में रहेंगे। यानी शनि की वक्री गति पूरे 141 दिनों तक रहेगी। शनि की उल्टी चाल ज्योतिष अनुसार काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर पड़ता है। खासतौर से शनि साढ़े साती (Shani Sade Sati) और शनि ढैय्या (Shani Dhaiya) से पीड़ित जातक इससे प्रभावित होते हैं। धनु, मकर और कुंभ वालों पर शनि की साढ़े साती चल रही है तो वहीं मिथुन और तुला वाले शनि ढैय्या की चपेट में हैं। जानिए इन राशियों के लोगों पर शनि की उल्टी चाल का क्या प्रभाव पड़ेगा…

धनु: शनि की वक्री चाल से इस राशि के जातक सबसे अधिक प्रभावित होंगे। नौकरी में परेशानियां झेलनी पड़ेंगी। दुश्मनों से सावधान रहने की जरूरत पड़ेगी। दुर्घटना घटने के आसार बन रहे हैं इसलिए सतर्क रहें। किसी पर भी आंख बंद करके भरोसा न करें।

मकर: आपके ऊपर शनि साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है। शनि की वक्री चाल से आपको कष्टों का सामना करना पड़ेगा। परिवार में मनमुटाव होंगे। पिता से झगड़ा हो सकता है। कार्यक्षेत्र में दिक्कत महसूस होगी। किसी करीबी व्यक्ति से रिश्ता खराब हो सकता है। शुक्र नीति अनुसार इन 6 चीजों का न करें मोह, क्योंकि ये हमेशा के लिए नहीं रहतीं पास

कुंभ: आपके लिए शनि की वक्री चाल करियर में उतार-चढ़ाव लेकर आएगी। अचानक से धन हानि होने के योग बनेंगे। मानसिक तनाव ज्यादा रहेंगे। सेहत कमजोर रहने से किसी भी काम को अच्छे से पूरा नहीं कर पायेंगे। इन 4 के लोग होते हैं बेहद ईमानदार और मेहनती, मां लक्ष्मी की रहती हैं इन पर विशेष कृपा

मिथुन: आपके ऊपर शनि की ढैय्या चल रही है। आपको शनि की वक्री चाल के दौरान सतर्क रहने की जरूरत होगी। परिवार में कलह का माहौल रहेगा। माता-पिता की सेहत परेशानी का कारण बन सकती है। वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने के आसार हैं।

तुला: शनि की वक्री चाल आपके करियर में परेशानी बढ़ाएगी। कार्यों समय पर पूरा नहीं हो पायेंगे। किसी न किसी से विवाद होता रहेगा। वाणी पर नियंत्रण न रहने से कई संबंध बिगड़ सकते हैं। मिथुन और तुला वालों पर से खत्म होने वाली है शनि ढैय्या, जानिए डेट