शनि की वक्री चाल यानी धीमी गति और भी अधिक कष्टदायी होती है। शनि अपनी गोचर राशि मकर में वक्री हो रहे हैं। इनकी दृष्टि द्वादश भाव, चतुर्थ भाव और सप्तम भाव पर रहेगी। जिससे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। हमारी प्रकृति की तरफ तूफान आने की संभावना रहेंगी। शनि की इस चाल का प्रभाव राशियों पर भी पड़ेगा। खासकर धनु, मकर, कुंभ, मिथुन और तुला राशि के जातकों को सतर्कता बरतनी होगी।

मिथुन: आप पर शनि की ढैय्या चल रही है। शनि की धीमी गति आपके कार्यों को समय पर पूरा नहीं होने देगी। दुश्मनों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। घर परिवार में कलह का माहौल रहेगा। पति-पत्नी के बीच के रिश्ते में खटास आएगी। पिता से संबंध बिगड़ सकते हैं। शारीरिक कष्ट मिलने की संभावना है।

तुला: शनि की वक्री चाल आपके लिए उतनी नुकसानदायक नहीं होगी। अगर आप अपने कार्यों को लेकर सतर्क रहेंगे तो आपको कष्टों का सामना कम ही करना पड़ेगा। दुश्मन कार्यस्थल पर आपके काम को बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। इमेज खराब होने का खतरा बना हुआ है। 26 मई का चंद्र ग्रहण 5 राशियों के लिए दे रहा शुभ संकेत, जानिए किन्हें होगा धन लाभ

धनु: शनि की धीमी चाल आपके लिए उतनी अच्छी नहीं रहेगी। वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने के आसार रहेंगे। इसलिए सतर्कता बरतने की जरूरत है। लड़ाई-झगड़ा इस दौरान होने के आसार है। कोर्ट कचहरी के मामलों में फंस सकते हैं।

मकर: शनि आपकी ही राशि में अपनी गति धीमी करने जा रहे हैं। जिससे सबसे ज्यादा आप लोग प्रभावित होंगे। काम का बोझ अधिक रहने से मानसिक तनाव रहेंगे। सेहत को लेकर विशेष रूप से सतर्क रहना होगा। कार्यस्थल पर किसी से भी वाद-विवाद करने से बचें।

कुंभ: आपके लिए शनि की वक्री चाल परेशानियां लेकर आ सकती है। आप रोगों से ग्रसित हो सकते हैं। इस समय खान-पान का उचित ध्यान रखने की जरूरत पड़ेगी। छोटे भाई बहनों से संबंध बिगड़ सकते हैं। शुक्र ग्रह के राशि परिवर्तन से 7 राशि वालों का होगा भाग्योदय, धन-संपत्ति में होगी बढ़ोतरी