शनि (Shani) की दशा सभी के लिए खराब हो ऐसा नहीं है। कुछ लोग शनि साढ़े साती या ढैय्या के समय खूब तरक्की करते हैं। तो वहीं कुछ लोगों को इस दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कहते हैं शनि लोगों को उनके ही कर्मों के अनुसार फल देते हैं। ऐसे में जो व्यक्ति अच्छे कर्म करेगा उसे शनि परेशान नहीं करेंगे। बता दें वर्तमान में मकर, धनु, कुंभ, मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि की नजर है। जानिए शनि के प्रकोप से बचने के लिए क्या उपाय करें।
शनि साढ़े साती और ढैय्या के प्रभाव: लोग शनि की इन दोनों ही दशा को बुरा मानते हैं। लेकिन ज्योतिष अनुसार शनि की ये दशा अच्छा सबक सिखाने वाली होती है। यदि आपके कर्म अच्छे हैं और शनि साढ़े साती या ढैय्या के शुरू होने से पहले आप परेशान थे तो शनि आपके लिए अच्छा समय लेकर आते हैं। जो लोग गलत काम करते हैं दूसरों के साथ बुरा करते हैं उन्हें इस दौरान शनि के प्रकोप का सामना करना पड़ता है। हालांकि शनि व्यक्ति को प्रताड़ित करते हुए सही राह पर लाने का भी संदेश देते हैं।
शनि के प्रकोप से बचने के उपाय:
-शनि साढ़े साती और ढैय्या के दौरान भगवान शिव और हनुमान जी की अराधना करनी चाहिए।
-भगवान शिव के मंत्र ‘ॐ नम: शिवाय ‘ का जाप या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं।
-शिवलिंग पर बेलपत्र या दूध अर्पित करना भी शुभ माना गया है। शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए सोमवार के व्रत भी रख सकते हैं।
-हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
-शनि ग्रह के बुरे प्रभाव से बचने के लिए छाया दान करना उपयोगी उपाय माना गया है।
-शनिवान के दिन शनि से संबंधित वस्तुओं का दान करना चाहिए। जैसे सरसों का तेल, काला सुरमा, काले तिल, उड़द की दाल, कंबल, काले कपड़े, काले जूते इत्यादि चीजों का दान कर सकते हैं।
-शनि स्तोत्र का नियमित पाठ करना चाहिए।
-इसके अलावा किसी का दिल नहीं दुखाना चाहिए।
-गलत कार्यों को करने से बचना चाहिए।
-महिलाओं और बुजुर्ग लोगों का सम्मान करना चाहिए।
शनि का राशि परिवर्तन कब? अभी शनि मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। 29 अप्रैल 2022 के बाद कुंभ राशि में गोचर करने लगेंगे। बता दें शनि कुंभ राशि के स्वामी ग्रह भी हैं। (यह भी पढ़ें- ज्योतिष: इस राशि की लड़कियां अपने करियर से करती हैं बेहद प्यार, जल्द ऊंचाइयां कर लेती हैं हासिल)