शनि का राशि परिवर्तन साल 2022 में होने जा रहा है। जिससे कई राशि वालों के अच्छे दिन शुरू हो जाएंगे तो कुछ के कष्टों में बढ़ोतरी होगी। शनि 29 अप्रैल 2022 में कुंभ राशि में चले जायेंगे जिससे मिथुन और तुला जातक शनि की ढैय्या के प्रकोप से मुक्त हो जाएंगे तो वहीं दो राशियां इसकी चपेट में आ जाएंगी। जानिए किन पर शुरू होगी शनि की ढैय्या…
साल 2022 में इन पर शुरू होगी शनि ढैय्या: कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी। शनि साढ़े साती की तरह ही शनि की ढैय्या भी परेशान करती है। जन्म चंद्र से जब गोचर का शनि चौथे या आठवें भाव में गोचर करता है तब शनि की ढैय्या शुरू होती है। शनि ढैय्या के कारण व्यक्ति के बनते हुए काम बिगड़ने लगते हैं। इसलिए इस दौरान हर काम में सतर्कता बरतने की जरूरत होती है। किसी से भी वाद-विवाद करने से बचना चाहिए।
शनि ढैय्या के लक्षण: इस दौरान जातक को अधिक नींद आ सकती है और बार-बार लोहे से चोट लग सकती है। किसी न किसी से वाद-विवाद होता रहता है। संपत्ति विवाद में फंसने के आसार रहते हैं। बेवजह के कोर्ट-कचहरी के चक्कर में फंसना पड़ सकता है। तरक्की में बाधाएं उत्पन्न होती हैं। वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने के आसार रहते हैं। 23 मई से शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या से पीड़ित जातकों के बढ़ेंगे कष्ट, कर लें उपाय
शनि ढैय्या के दौरान क्या करें और क्या न करें: शनि ढैय्या में जातकों को हमेशा धैर्य से काम लेना चाहिए। इस दौरान दोस्ती करते समय सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि धोखा मिलने के आसार रहते हैं। प्रतिदिन सुबह में चिड़ियों को दाना और पानी देना चाहिए। इसके अलावा चींटियों को आटा शक्कर भी दिया जा सकता है। काली उड़द दाल, तिल, काले कपड़े आदि का दान करना चाहिए। शनि को प्रसन्न करने के लिए सुबह और शाम में भोजन में काले नमक और काली मिर्च का प्रयोग करें। शनि की ढैय्या के दौरान मांस-मदिरा का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। सुन्दरकाण्ड या हनुमान चालीसा का लगातार पाठ करना चाहिए। सूर्य के राशि परिवर्तन से 4 राशि वालों को नौकरी में मिलेगा प्रमोशन, देखिए आपकी राशि इसमें है या नहीं