Shani Asta 2023: 17 जनवरी को शनि राशि परिवर्तन करेंगे तो 30 जनवरी को शनि देव अपनी ही मूल त्रिकोण (Saturn Transit 2023) राशि में अस्त हो जाएंगे। इससे पहले शनि 17 जनवरी को कुंभ राशि में गोचर करेंगे। यह शनि राशि परिवर्तन सभी राशियों को प्रभावित करेगा, शनि की स्थिति कुछ राशियों के लिए चेतावनी की घंटी भी हो सकती है। शनि के अस्त होने से कर्क सहित तीनों राशियों को सतर्क रहने की जरूरत है। इस राशि के लोगों को आर्थिक नुकसान होने की भी संभावना है।
राशियों पर शनि अस्त का प्रभाव
कर्क राशि: शनि का गोचर कर्क राशि के जातकों के लिए करियर, स्वास्थ्य और घरेलू मोर्चे पर कई चुनौतियां लेकर आएगा। आपको सतर्क रहना होगा। चाहे आप कोई भी व्यवसाय चला रहे हों या नौकरी कर रहे हों, आपको निवेश संबंधी निर्णय सावधानी से लेने की आवश्यकता है। काम भी सावधानी से करने की जरूरत है, क्योंकि इस अवधि में आर्थिक नुकसान होने की संभावना है। इस अवधि में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और पार्टनर के साथ वाद-विवाद से बचें अन्यथा मानसिक तनाव के कारण आपको परेशानी हो सकती है। इस अवधि में किसी को उधार न दें।
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सिंह राशि: सिंह राशि का स्वामी सूर्य है और शनि के साथ सूर्य की युति नहीं होती है। शनि का गोचर आपके बजट को गड़बड़ कर सकता है। अगर आप फिजूलखर्ची पर काबू नहीं रखेंगे तो स्थिति हाथ से निकल भी सकती है और आप आर्थिक तंगी में फंस सकते हैं। ऐसे में आपको अपने पैसों का प्रबंधन ठीक से करना होगा। शनि की वक्री आपके प्रेम जीवन या वैवाहिक जीवन को प्रभावित कर सकती है। आपके लिए बेहतर यही होगा कि आप इस अवधि में कोई भी नया काम शुरू न करें।
वृश्चिक राशि: शनि की अस्त वृश्चिक राशि वालों को सचेत करेगी। वृश्चिक राशि के जातकों को इस अवधि में किसी को धन नहीं देना चाहिए क्योंकि धन हानि होने की प्रबल संभावना है। आपको वह पैसा वापस नहीं मिलेगा। शनि के अशुभ प्रभाव से आपकी माता का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। माता का ध्यान रखना होगा। शनि गोचर आपके करियर को भी प्रभावित करेगा। नई नौकरी का मौका मिलेगा, लेकिन किसी वजह से मामला अटक सकता है।
शनि रक्षा कवच का पाठ
शनि रक्षा कवच का पाठ उन लोगों को करना चाहिए जिन पर शनि का अशुभ प्रभाव पड़ने की संभावना हो। इससे पहले शनिदेव की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए और उसके बाद ही शनि रक्षा कवच का पाठ करना चाहिए।
