sawan somvar vrat vidhi : हिंदू धर्म में कोई भी पूजा-पाठ बिना मंत्र उच्चारण के पूरी नहीं मानी जाती है। इसलिए हर भगवान के कोई न कोई मंत्र जरूर होते हैं जिनके जाप से उन्हें प्रसन्न किया जाता है। मंत्रों का जाप करने से मानसिक शांति तो मिलती ही है साथ ही ये भी कहा जाता है कि जीवन में आ रही समस्याओं का भी हल हो जाता है। भगवान शिव के पूजा में भी विभिन्न मंत्रों का जाप किया जाता है। उनके सबसे शक्तिशाली मंत्र महामृत्युंजय मंत्र के बारे में कौन नहीं जानता। जिसके जाप से कई तरह के लाभ मिलने की मान्यताएं हैं। खासकर लंबी उम्र की प्राप्ति के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है। यहां आप जानेंगे भगवान शिव के प्रभावशाली मंत्र और उनके लाभ के बारे में…
सावन सोमवार व्रत की पूरी कथा यहां पढ़िए
सावन सोमवार व्रत के बाद पूजा की पूरी विधि
– एकाक्षरी महामृत्युंजय मंत्र- ‘हौं’। अच्छे स्वास्थ्य के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है।
– त्रयक्षरी महामृत्युंजय मंत्र- ‘ऊं जूं स:’ छोटी-छोटी बीमारियां से परेशान लोग इस मंत्र का जाप कर सकते है।
– चतुराक्षी महामृत्युंजय मंत्र- ‘ऊं हौं जूं स:’ सर्जरी और दुर्घटना जैसी संभावनाएं हो तो इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
– दशाक्षरी महामृत्युंजय महामंत्र- ‘ऊं जूं स: माम पालय पालय’ इसे अमृत मृत्युंजय मंत्र कहा गया है। जिस व्यक्ति को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या हो उसके लिए तांबे के बर्तन में जल भरकर इस मंत्र का जाप उस व्यक्ति का नाम इसमें जोड़कर उसके सामने करें। फिर यह जल उसे पिलाएं इससे उसका स्वास्थ्य ठीक हो जायेगा।
मृत संजीवनी महामंत्युंजय मंत्र- इन मंत्रों के जाप से रोग दूर होने की है मान्यता…
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ !!
शिव गायत्री मंत्र : ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।।
भगवान शिव के अन्य प्रभावशाली मंत्र:
– ॐ शिवाय नम:
– ॐ सर्वात्मने नम:
– ॐ त्रिनेत्राय नम:
– ॐ हराय नम:
– ॐ इन्द्रमुखाय नम:
– ॐ श्रीकंठाय नम:
– ॐ वामदेवाय नम:
– ॐ तत्पुरुषाय नम:
– ॐ ईशानाय नम:
– ॐ अनंतधर्माय नम:
– ॐ ज्ञानभूताय नम:
– ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नम:
– ॐ प्रधानाय नम:
– ॐ व्योमात्मने नम:
– ॐ युक्तकेशात्मरूपाय नम:

